बेंगलुरु, 1 नवंबर 2024, शुक्रवार। कर्नाटक में एक नया विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें वक्फ बोर्ड द्वारा किसानों की जमीन को अपनी संपत्ति बताकर नोटिस दिए जाने का मामला सामने आया है। यह मामला विजयपुरा, कलबुर्गी, बीदर और शिवमोग्गा जिलों में सामने आया है, जहां किसानों ने आरोप लगाया है कि वक्फ बोर्ड द्वारा उनकी जमीन खाली करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। किसानों का कहना है कि वे एक सदी से अधिक समय से उस जमीन पर खेती कर रहे हैं और उनके पास अपने स्वामित्व को साबित करने के लिए सभी प्रासंगिक दस्तावेज हैं। लेकिन वक्फ बोर्ड द्वारा उन्हें नोटिस दिया गया है कि उनकी जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है।
बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है और कहा है कि यह कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मस्जिद के साथ-साथ मंदिरों की जमीन को भी वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताया गया है। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले में कहा है कि सरकार किसानों की जमीन की सुरक्षा के लिए काम कर रही है और वक्फ बोर्ड द्वारा जारी किए गए नोटिस को वापस लेने का आदेश दिया गया है। लेकिन बीजेपी ने इस पर भी सवाल उठाया है और कहा है कि यह कांग्रेस की दोहरी नीति है। इस मामले में विधानसभा उपचुनाव से पहले बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया है और कांग्रेस पर हमला बोला है। बीजेपी ने वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है और राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
किसानों की जमीन पर खतरा
भाजपा का आरोप है कि विजयपुरा जिले में वक्फ बोर्ड द्वारा 1500 एकड़ किसानों की जमीन को अपनी संपत्ति बताकर नोटिस दिए जाने का मामला न केवल कर्नाटक के किसानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है। इस मामले में किसानों की जमीन पर खतरा है और उन्हें अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। यह मामला कर्नाटक सरकार और वक्फ बोर्ड के बीच किसानों के अधिकारों की लड़ाई है। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कानून मंत्री एचके पाटिल और राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा द्वारा नोटिस वापस लेने और म्यूटेशन वापस लेने का आश्वासन दिए जाने के बाद भी भाजपा अब इस मुद्दे को आसानी से छोड़ने को तैयार नहीं है। भाजपा ने वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है और 4 नवंबर को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को याचिका दायर कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
बीजेपी ने लगाया वोट बैंक की राजनीति का आरोप
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण किसानों की जमीन को वक्फ संपत्तियों में बदलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह मामला न केवल किसानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है। रविशंकर प्रसाद ने कर्नाटक के विजयपुरा जिले में किसानों को वक्फ संपत्तियों पर कथित अतिक्रमण के लिए दिए गए नोटिस का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि एक मंदिर पर भी इसी तरह के दावे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन सप्ताह में किसानों की 44 संपत्तियों को इस तरह के नोटिस मिले हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि वह इस तरह के किसी भी प्रयास का पूरी ताकत से विरोध करेगी। पार्टी ने कांग्रेस से मांग की है कि वह अपनी वोट बैंक की राजनीति को छोड़ दे और किसानों के अधिकारों की रक्षा करे।