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Friday, May 9, 2025

वक्फ बोर्ड तो बहाना है , मंदिर पर निशाना है ।

सड़क से लेकर संसद को वक्फ पर हंगामा , क्या एक और शाहीन बाग की तैयारी ?
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ओवैसी और इंडी गठबंधन वक्फ पर एक ।
बंगलादेश की हसीना अच्छी लेकिन हिंदुस्तान का हुसैन नहीं- अबू तालिब रहमानी, सेक्रेट्री, AIMPLB

अनिता चौधरी

नई दिल्ली | सोमवार को सड़क से लेकर संसद तक वक्फ बोर्ड का मुद्दा गरमाया रहा । ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले सभी मुस्लिम संस्था और इंडी गठबंधन ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जम कर नारे बाजी हुई । इस मुद्दे को ले कर जब हमने मुस्लिम संगठनों से बात-चीत कि तो उनका कहना था कि सरकार से हम यहां लड़ने, धमकाने, या किसी समुदाय को ललकारने नहीं बल्कि अपने हकों के लिए आए हैं। हमने पूछा वक्फ अमेंडमेंट पर विरोध किस बिन्दु पर है ? ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी (AIMPLB) अबू तालिब रहमानी, का कहना था कि सरकार जान-बुझ कर बदलाव करते हुए दूसरे यानि की हिन्दू समुदाय के लोगों को भी बोर्ड का सदस्य बना रही है । उन्होंने कहा कि इस सरकार को बांग्लादेश की हसीना अच्छी लगती है देश का हुसैन अच्छा नहीं लगता है ।
हमारा सवाल था कि आप तो गंगा-जामुनी तहज़ीब की बात करते हैं फिर हिन्दू के बोर्ड म होने से तकलीफ क्यों ? इस पर उनका कहना था कि क्या सरकार हिंदुओं के वक्फ बोर्ड जैसी चीज में मुसलमानों को रखेंगे ? हमने कहा कि लेकिन हिंदुओं का कोई वक्फ बोर्ड ही नहीं है इस पर उनका जवाब था कि क्या राम मंदिर के बोर्ड में मुसलमों को रखा जाएगा ? इसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमिख जमाई का कहना था कि सरकार कह रही है वक्फ ने लोगों के जमीन कब्जा की हुई है तो मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि राम मंदिर किस तरह की जमीन पर बनी है ? हमने जब उनसे कहा कि आपका ये बयान विवाद पैदा कर सकता है इस पर अमिख जमाई का कहना था कि यही सच्चाई है बीजेपी ने अयोध्या में गरीबों की जमीन पर कब्जा कर मंदिर बनाया है । अपनी बात चीत में दलील देते हुए कहा कि अगर शाकाहारी पत्नी मांसाहारी पति के साथ रह सकती है तो देश में हिंदू मुसलमान साथ क्यों नहीं रह सकते? PM कहते हैं बचपन में ईद पर खाना नहीं बनता है हम आज भी शाकाहारी खाना भेज सकते हैं लेकिन मुसलमाओं के लिए सरकार के मोहब्बत का दरवाजा बंद हो गया है।
इस मुद्दे को लेकर हमसे बात करते हुए कॉंग्रेस के इमरान मसूद ने कहा कि JPC ने बड़ी नाइंसाफी से काम लिया है। स्टेकहोल्डर को छोड़कर जो स्टेकहोल्डर नहीं हैं उनसे बात कर रहे हैं।
इमरान मसूद, सांसद कांग्रेस -हम संसद से लेकर सड़क तक इस लड़ाई को लड़ेंगे। जेपीसी में हमने मजबूती से इस लफ़ाई को लड़ी है । अब ये लड़ाई हमारी सड़क पर उतार आई है और जहां खून देना होगा खून देंगे। हम सरकार के काले मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे।
इस मुद्दे पर मौलाना महमूद मदनी ने भी हमारे साथ अपनी एक्सक्लूसिव बात-चीत में कहा कि ये सिर्फ मुस्लिमों का मामला नहीं है। बल्कि मुल्क के दस्तूर का मामला है। हमारे घरों पर बुलडोजर चले अब संविधान पर बुलडोजर चलाने की कोशिश हो रही है। अब आगे क्या होगा तो ये तो सिर्फ शुरुआत है। हर लड़ाई के लिए कुर्बानी की जरूरत होती है। आप आराम से नहीं बैठना है। हमें कुर्बानी के लिए तैयार रहना चाहिए। अब सड़क से काम नहीं चलेगा। महमूद मदनी ने जोर देकर कहा कि यह मुसलमान का नहीं संविधान का मामला है । हमारे घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं मस्जिद और मदरसों पर बुलडोजर चल रहे हैं । वक़्फ़ के जरिए संविधान पर बुलडोजर चलाने की कोशिश हो रही है । इसकी मुखालफत हर हाल में करनी है। यह लड़ाई आगे कैसे लड़ी जाएगी इस पर रणनीति तैयार करेंगे । बहुसंख्यक राज्य बनाने की कोशिश हो रही है। सिर्फ मुसलमानों को नहीं हमारी बातें करने वाले सभी को जमा करेंगे । सिर्फ सड़क से काम नहीं चलेगा।हर लड़ाई के लिए कुर्बानी की जरूरत होती है। कुर्बानी देने के लिए हमें तैयार रहना होगा ।
इस विरोध प्रदर्शन में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और बाकी मुस्लिम संगठनों को अपना समर्थन देने समाजवादी पार्टी के सांसद भी वहाँ पहुंचे । समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेन्द्र यदान से जैसे ही हमने सवाल किया कि वक्फ पर जब संसद में चर्चा हो रही है तो आप यहाँ क्या कर रहे हैं इस पर उन्होंने कहा कि अगर जबरदस्ती बिल पास करने की कोशिश की गई तो सपा संसद नहीं चलने देगी, चाहे जितनी कुर्बानी देनी पड़े हम देंगे । वक्फ पर हम देश के मुसलमानों के साथ हैं । सपा वक्फ की एम इंच जमीन भी नहीं जाने देगी । उन्होंने कहा कि मैं अपने नेता अखिलेश यादव की ओर से देश के मुस्लिम भाइयों को ये यकीन दिलाने चाहता हूं कि सपा आखिरी सांस तक इस बिल के खिलाफ उनकी लड़ाई लड़ेगी। जहां-जहां ये बिल जाएगा वहां-वहां हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। हमें जितनी कुरबानी देनी पड़े हम देंगे लेकिन हम इस बिल को पास नहीं होने देंगे। आज हम ऐसी स्थिति में है कि संसद को चैन से नहीं चलने देंगे अगर जबरदस्ती बिल लाया गया तो। सरकार को पता है कि रेल और रक्षा के बाद वक्फ के पास ही सबसे ज्यादा जमीन है। अखिलेश यादव ने भी ये वादा किया है कि हर स्तर उए लड़ाई लड़ी जाएगी । उनके साथ आए अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भी कहा कि कि भाजपा को राम मंदिर का बड़ा घमंड था वो घमंड हमने तोड़ दिया है । उनके राम भगवान ने ही ये संदेश दिया कि देश में हिंदू मुस्लिम नहीं चलेगा। दुनिया की कोई ताकत इस बिल को पास नहीं कर सकती है। अखिलेश जी ने साफ कह दिया है कि हम हर कुर्बानी को तैयार हैं।
विरोध प्रदर्शन में संसद की कारवाई छोड़ कर असदुद्दीन ओवैसी भी जंतर मंतर पहुंचे और अपनी बात-चीत में कहा कि दिल्ली में 123 वक्फ बोर्ड की संपत्तियां हैं। सरकार कहती है कि वो सरकार की संपत्ति है। कलको अगर ये बिल पास हुआ तो कोई भी वहां चस्पा कर सकता है कि ये वक्फ की संपत्ति नहीं है। इस बिल का मकसद मुस्लिमों से मस्जिद, मजार और संपत्तियों को छिनना है। ये गैर संवैधानिक और गैर कानूनी है।

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