नई दिल्ली, 2 अप्रैल 2025, बुधवार। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने वक्फ संशोधन विधेयक को मुस्लिम समाज के लिए एक ऐतिहासिक और जरूरी कदम बताया है। उनका कहना है कि यह विधेयक न सिर्फ वक्फ संपत्तियों को व्यवस्थित और नियमित करने में मदद करेगा, बल्कि मुस्लिम समुदाय की तरक्की के लिए एक मजबूत नींव भी रखेगा। अंसारी ने इस बिल को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि आम मुसलमान, खासकर पिछड़ा पसमांदा समाज, इस बदलाव के साथ है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल और स्वार्थी तत्व अपने निजी फायदे के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।
वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जों का अंत
दानिश आजाद अंसारी ने जोर देकर कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक के आने से वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। “इस बिल के बाद वक्फ बोर्ड की प्रॉपर ऑडिटिंग होगी, जिससे बोर्ड की आय में इजाफा होगा। यह पैसा सीधे मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए इस्तेमाल होगा,” उन्होंने कहा। इसके साथ ही वक्फ संपत्तियों का सही दस्तावेजीकरण होगा और जो लोग इन पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अंसारी ने साफ शब्दों में कहा, “जिन्होंने वक्फ की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं, वही लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं, जबकि आम मुसलमान इसका समर्थन कर रहा है।”
महिलाओं और पसमांदा समाज को मिलेगा हक
इस विधेयक की एक और खासियत पर प्रकाश डालते हुए अंसारी ने बताया कि वक्फ बोर्ड में अब महिलाओं और पसमांदा समाज की भागीदारी बढ़ेगी। “यह कदम मुस्लिम समाज को और मजबूती देगा। वक्फ की संपत्तियों का इस्तेमाल अब सिर्फ और सिर्फ समुदाय की बेहतरी के लिए होगा,” उन्होंने जोड़ा। उनका मानना है कि यह बदलाव मुस्लिम समाज के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है, जिसका फायदा आने वाली पीढ़ियों को भी मिलेगा।
कांग्रेस और विपक्ष का दोहरा चेहरा
अंसारी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “यह बिल बहुत पहले आ जाना चाहिए था, लेकिन जो दल खुद को मुसलमानों का हितैषी बताते हैं, उन्होंने कभी ठोस विकास के लिए काम नहीं किया। आज जब मोदी सरकार मुस्लिम समाज के हित में कदम उठा रही है, तो ये दल विरोध क्यों कर रहे हैं?” उनका तर्क था कि अगर विपक्ष सचमुच मुसलमानों का भला चाहता, तो इस बिल का समर्थन करता, न कि इसका बहिष्कार। “यह विरोध सिर्फ राजनीति और निजी स्वार्थ के लिए है,” अंसारी ने दो टूक कहा।
मोदी सरकार की सकारात्मक पहल
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने इस विधेयक को मोदी सरकार की दूरदर्शिता का नतीजा बताया। उनके मुताबिक, यह पहल मुस्लिम समाज को मुख्यधारा में लाने और उनकी संपत्तियों को सुरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। “वक्फ संशोधन विधेयक से न सिर्फ संपत्तियों की लूट रुकेगी, बल्कि इसका लाभ शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में भी दिखेगा,” उन्होंने विश्वास जताया।
मुस्लिम समाज के लिए नई उम्मीद
दानिश आजाद अंसारी का यह बयान वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर एक नया नजरिया पेश करता है। जहां विपक्ष इसे विवाद का मुद्दा बना रहा है, वहीं अंसारी इसे मुस्लिम समाज के लिए एक सुनहरा मौका मानते हैं। उनके शब्दों में, “यह विधेयक मुस्लिम समाज को सशक्त बनाने और उनकी संपत्तियों को संरक्षित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।” अब सवाल यह है कि क्या यह बिल सचमुच मुस्लिम समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, या फिर यह राजनीतिक बहस का एक और अध्याय बनकर रह जाएगा? समय ही इसका जवाब देगा।