नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025, शुक्रवार। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ममता को न केवल उनके संवैधानिक कर्तव्यों की याद दिलाई, बल्कि पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा और अराजकता के लिए उनकी नीतियों को भी कठघरे में खड़ा किया। साय ने X पर अपने भावनात्मक और कड़े शब्दों में लिखा, “इतिहास आपको इस निर्ममता के लिए कभी माफ नहीं करेगा।” यह बयान न केवल एक राजनीतिक टिप्पणी है, बल्कि बंगाल की मौजूदा स्थिति पर एक गहरी चिंता का प्रतीक है।
साय का कहना है कि पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के नाम पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा, लूटपाट और मंदिरों के विध्वंस जैसे जघन्य कृत्यों को नजरअंदाज करना अस्वीकार्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार मुस्लिम वोट बैंक के लालच में दंगाइयों को संरक्षण दे रही है। संदेशखाली जैसे मामलों में बार-बार यह संदेश गया है कि राज्य सरकार इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है, या फिर इन्हें जानबूझकर अनदेखा कर रही है।
उन्होंने ममता को दो टूक शब्दों में याद दिलाया कि वे केवल एक समुदाय की नहीं, बल्कि पूरे पश्चिम बंगाल की मुखिया हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कर्तव्य हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से हो। साय ने ममता से आग्रह किया कि वे राजनीतिक लाभ-हानि के चश्मे से इन गंभीर मुद्दों को देखना बंद करें और जनता की रक्षा को प्राथमिकता दें।
यह हमला न केवल ममता बनर्जी की नीतियों पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश के अन्य नेता बंगाल की स्थिति को लेकर कितने चिंतित हैं। साय का यह बयान एक चेतावनी है कि जनता की सुरक्षा और संवैधानिक जिम्मेदारियों से समझौता करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करता। क्या ममता बनर्जी इस आलोचना को गंभीरता से लेंगी और बंगाल में शांति बहाली के लिए ठोस कदम उठाएंगी? यह सवाल अब हर किसी के मन में है।