वाराणसी, 13 अक्टूबर 2024, रविवार। झूठ पर सच की जीत, जी हां दशहरे के दिन का यही मतलब है कि आज के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। इसी कारण पूरे देश के साथ साथ शिव की नगरी काशी में दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था और माता सीता को घर लाए थे। विजयादशमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है। इस दिन पूरे देश में रावण का दहन किया जाता है। वाराणसी के बरेका, यूपी कॉलेज, लाटभैरव, मलदहिया सहित 77 स्थानों पर रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त रही। पुलिस प्रशासन के लोग भीड़ को नियंत्रित करते दिखे। वहीं, लंकापति का पुतला दहन होते ही पूरी काशी जय श्रीराम… के नारों से गूंज उठी।
रावण दहन के पूर्व रामलीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। सुबह से ही दशहरा ग्राउंड में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले खड़ा किए गए थे। राम और रावण की सेना दशहरा ग्राउंड में पहुंची और युद्ध का मंचन किया। भीड़ में महिलाओं और युवाओं की संख्या ज्यादा दिखी। बरेका में लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई थीं। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वहीं, बरेका में 75 फुट, 65 और 55 फुट का पुतला दहन होते ही भीड़ को सुरक्षित रहने का एलान कर दिया गया था।