प्रयागराज, 10 फरवरी 2025, सोमवार। माघ मास के द्वादशी तिथि को काशी के वेद पाठी बटुकों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। देश समाज एवं परिवार की खुशहाली की कामना के लिए बटुकों ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई।
काशी धर्म पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामीनारायणानंद तीर्थ के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी के सानिध्य में रामेश्वर मठ के प्रबंधक वरुणेश चंद्र दीक्षित एवं प्राचार्य जयंतपति त्रिपाठी के देखरेख में सैकड़ो बटुक रविवार की सुबह काशी से प्रयागराज के लिए रवाना हुए और दोपहर 12 बजे प्रयागराज पहुंचे।
बटुकों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाकर संध्या वंदन किया। इस दौरान हर हर महादेव, तीर्थराज प्रयाग की जय, मां गंगा जमुना की जय, सरस्वती की जय के जयघोष किए गए। बटुकों के प्रयागराज में पहुंचने व पदयात्रा को देखकर बाहर दूर-दूर से संगम स्नान करने आए लोगों को बीच को कौतहुल मच गया।
काशी धर्म पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराज के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि सनातन संस्कृति को जानने समझने और उनके रहन-सहन को देखने के लिए आज बटुकों को प्रयागराज लाया गया और सबसे पहले उनको संगम में स्नान कराया गया।