वाराणसी, 6 मई 2025, मंगलवार। पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और अब वाराणसी कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। काशी नगरी हाई अलर्ट पर है, और कल होने वाले शहरव्यापी मॉकड्रिल के लिए तैयारियां चरम पर हैं। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और सिविल डिफेंस प्रभारी एडीएम आलोक वर्मा के नेतृत्व में प्रशासन ने कमर कस ली है। इसे लेकर आज शाम 5 बजे जिला मुख्यालय पर एक अहम बैठक हुई, जिसमें पुलिस कमिश्नर, NDRF, SDRF, अग्निशमन विभाग और PWD जैसे तमाम विभाग ने हिस्सा लिया। यह मॉकड्रिल सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि शहर की सुरक्षा और सतर्कता का एक शक्तिशाली संदेश है।
60 साल पुराने सायरन की गूंज, वॉलंटियर्स की जोश
सिविल डिफेंस के पास मौजूद 60 साल पुराने सायरन इस मॉकड्रिल की जान हैं। कुछ सायरन खराब मिले, लेकिन उनकी मरम्मत तेजी से चल रही है। दूसरी ओर, 6500 से ज्यादा वॉलंटियर्स का जोश देखते ही बनता है। ये वॉलंटियर्स आगजनी से निपटने से लेकर प्राथमिक उपचार तक में प्रशिक्षित हैं। ये सिर्फ स्वयंसेवक नहीं, बल्कि काशी की सुरक्षा के सिपाही हैं, जो हर चुनौती के लिए तैयार हैं।
वार्डन सेवा: जनता और प्रशासन का मजबूत कनेक्शन
इस बार मॉकड्रिल में वार्डन सेवा की भूमिका खास है। स्थानीय इलाकों को अच्छे से जानने वाले लोगों को वार्डन बनाया गया है। ये वार्डन प्रशासन और जनता के बीच आंख, नाक और कान की तरह काम करेंगे। शांतिकाल में ये जागरूकता फैलाएंगे, हमले के दौरान राहत कार्यों में जुटेंगे और इसके बाद पुनर्निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे। इनकी मौजूदगी से हर गली-मोहल्ला सुरक्षित महसूस कर रहा है।
हवाई हमले की स्थिति में क्या?
मॉकड्रिल में हवाई हमले की स्थिति को भी परखा जाएगा। जैसे ही सायरन बजेगा, वार्डन एक्टिव मोड में आ जाएंगे। लाल झंडी, सीटी और जोरदार आवाज से वो लोगों को सतर्क करेंगे। अगर बम गिरने की स्थिति बनी, तो वार्डन तुरंत पोजिशन लेंगे और सर्वे शुरू करेंगे। राहत दल के आने तक ये आग बुझाने से लेकर घायलों की मदद तक हर काम करेंगे। यह तैयारी सुनिश्चित करेगी कि वाराणसी किसी भी आपात स्थिति में डटकर मुकाबला कर सके।
वाराणसी है तैयार, आप भी रहें सतर्क!
काशी की यह युद्धस्तर की तैयारी न सिर्फ प्रशासन की मुस्तैदी दिखाती है, बल्कि हर नागरिक को सतर्क रहने का संदेश भी देती है। 6500 वॉलंटियर्स, प्रशिक्षित वार्डन और एकजुट प्रशासन के साथ वाराणसी हर चुनौती के लिए तैयार है। अब बारी आपकी है—सतर्क रहें, सुरक्षित रहें, और अपने शहर को और मजबूत बनाएं। काशी की यह जंगी तैयारी देश के लिए एक मिसाल है!