वाराणसी। बीएचयू राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से आयोजित युवा सम्मेलन में युवा कलाकारों ने गायन, वादन से एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश बांटा। ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देखने को मिली। बतौर मुख्य अतिथि अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रो. विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय एकता, अखंडता को मजबूती प्रदान करने के लिए इस तरह के आयोजन बेहतर माध्यम हैं।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बाला लखेंद्र के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने युवा कलाकारों की प्रस्तुतियों को सराहा। बतौर विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय संस्थान प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ के सचिव डॉ. सजल कौशल ने युवाओं को गीत, संगीत से जुड़ाव रखने को जरूरी बताया। बीएचयू छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एमके सिंह ने कहा कि भारतीय संगीत के संवर्धन में ऐसे कार्यक्रमों का विशेष महत्व है।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुमायूं विश्वविद्यालय के छात्र प्रकाश चंद्र के तबला वादन से हुआ। दूसरी प्रस्तुति में मेरठ से स्नेह आशीष दूबे ने राग यमन कल्याण में शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया। इसके बाद कबीर भजन भी गाया। तबले पर पंडित प्रवीण दूबे ने संगत की। अंतिम में जोधपुर के कलाकार अखिल बोहरा ने गिटार पर राग विहार से प्रस्तुति देकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। कार्यक्रम में डॉ. अशोक श्रोति, प्रबोध बाली, आकाशवाणी पटना के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक त्रिपुरारीकांत शर्मा, डॉ. सुनीता गुप्ता, डॉ. उषा रविचंद्रन आदि मौजूद रहे।