पूर्वांचल में विकास को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को वाराणसी स्थित सर्किट हाउस के सभागार में पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक हुई। पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में काशी को खेलों का सेंटर, बनारसी साड़ी के प्रोत्साहन, बनारस की जरी जरदोजी को विश्व स्तर पर पहचान बढ़ाने आदि विषय पर चर्चा हुई। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खिलौना व्यवसाय को प्रोत्साहित करने से अब बनारस में कोया लकड़ी के खिलौनों को बढ़ाये जाने पर विमर्श हुआ। काशी के खिलौने अब विश्व में अपनी पहचान बनाएंगे।
उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने कहा कि व्यापक स्तर पर विभिन्न एक्सप्रेस-वे, निर्यात संसाधन, मेडिकल व्यवस्थाएं, ट्रांसपोर्ट साधन, कौशल विकास, गांवों तक स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, पंचायतों के सुदृढ़ीकरण के कार्यों से अब पूर्वांचल को पिछड़ा क्षेत्र नहीं कह सकते हैं। यहां की मानव संपदा मुंबई, दिल्ली आदि राज्यों में अपने कार्यों से ख्याति पाती हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास हो जाने से अब पूर्वांचल को नोएडा-ग्रेटर नोएडा की तरह विकसित किया जाए। लोग यहां भी बसने को लालायित हों और खुद को गौरवांवित महसूस करें।
सोनभद्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं
पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक।
सदस्य ओम प्रकाश गोयल ने सोनभद्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं बताते हुए बड़ी कार्य योजना तैयार कर चरणबद्ध कार्य करने पर जोर दिया। सोनभद्र के डिस्टिक मिनिरल फंड को पर्यटन विकास से जोड़ने का सुझाव रखा। उन्होंने बताया कि सोनभद्र में मछंदर नाथ मंदिर, बौद्ध धर्म के अवशेष, फॉसिल्स पार्क, इको वैली, गुफा चित्र, झरने आदि स्थल हैं। जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है। सदस्य केपी श्रीवास्तव ने जल संरक्षण हेतु वाटर हार्वेस्टिंग तथा हायर एजुकेशन में गुणत्ता हेतु सुझाव रखे।
पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने पूर्वांचल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कराने का सुझाव रखा। उन्होंने काशी को खेलों का सेंटर, बनारसी साड़ी के प्रोत्साहन, बनारस की जरी जरदोजी को विश्व स्तर पर पहचान बढ़ाने के सुझाव रखे। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौना व्यवसाय को प्रोत्साहित किया है। बनारस में कोया लकड़ी के खिलौनों का बढ़ाकर विश्व स्तर पर पहचान दिलानी होगी।
काशी बन रहा सब्जी निर्यात का हब
उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने काशी को सब्जी निर्यात में बन रहे हब के कार्य के लिए कमिश्नर दीपक अग्रवाल को बधाई दी। उन्होंने इजराइल पद्धति की ड्रिप सिंचाई को अपनाने व बढ़ावा देने पर जोर दिया। जल संचयन के लिए रूप वाटर हार्वेस्ट कड़ाई से लागू कराने का सुझाव रखा।
बैठक में सदस्य परदेसी रविदास ने पूर्वांचल के लिए विशेष सुविधा व्यवस्था के साथ तीव्रता से विकास कार्यों को अंजाम देने का सुझाव दिया। सदस्य विजय विक्रम सिंह ने कहा कि गत चार वर्षों में पूर्वांचल में विद्युत आपूर्ति, अपराध नियंत्रण, एक्सप्रेस-वे, चीनी मिलों के सुदृढ़ीकरण आदि कार्यों ने रिकार्ड बनाया है। अब इसे ऐसा बनाना है कि लोग नोएडा-ग्रेटर नोएडा की तरह यहां रहने में खुद को गर्व महसूस करें।
बनारस के 39 फीसदी स्कूल अच्छी व्यवस्था के
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कायाकल्प में बनारस के 39 फीसदी स्कूल अच्छी व्यवस्था के हो गए हैं। सेवापुरी विकास खंड मॉडल के रूप में विकसित किया गया है। प्रेरणा एप से गुणवत्ता युक्त एकरूपता की शिक्षा दी जा रही है। 500 प्राइमरी स्कूल में स्मार्ट क्लास बनाए गए हैं। नई शिक्षा नीति में रोजगारपरक पाठ्यक्रम लागू किए गए हैं।
चिकित्सा में व्यापक व्यवस्थाएं गांव स्तर तक की गई हैं। सभी दवाएं निशुल्क हैं। वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा 300 मीटर से ऊपर के भवन निर्माण पर रूप वाटर हार्वेस्ट अनिवार्य कर दिया गया। तभी कंपलीशन सर्टिफिकेट दिया जाता है। पर्यटन में सोनभद्र में तीन स्थल की योजनाएं मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन में ले ली गई है।
अब शहर में 24 घंटे में तथा देहात में 48 घंटे में ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर व क्षमता वृद्धि में पूर्वांचल क्षेत्र में गत चार वर्षों में रिकॉर्ड बेहतर कार्य हुए हैं। विशेष सचिव नियोजन आरएनएस यादव ने पूर्वांचल विकास बोर्ड के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर सदस्य बौद्ध अरविंद सिंह पटेल, सदस्य राजकुमार शाही, सदस्य जितेंद्र पांडेय, सदस्य अशोक चौधरी, बोर्ड के सलाहकार साकेत मिश्र ने भी पूर्वांचल में विकास को बढ़ावा देने पर अपने विचार रखे।