वाराणसी, 2 मई 2025, शुक्रवार। वाराणसी के महादेव नगर कॉलोनी में एक अधिवक्ता के घर पर हुए हमले ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। गुरुवार की दोपहर, जब अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह कोर्ट में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे, तब 20-25 लोगों का एक हुजूम उनके घर पर टूट पड़ा। इन हमलावरों ने न सिर्फ घर की बाउंड्री तोड़ने की कोशिश की, बल्कि पत्थरबाजी और गाली-गलौज के साथ घर में मौजूद महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। इस घटना ने अधिवक्ता समुदाय में गुस्से की लहर दौड़ा दी है, और पीड़ित परिवार ने अब सुरक्षा की गुहार लगाई है।
क्या हुआ उस दिन?
अशोक कुमार सिंह ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि गुरुवार दोपहर उन्हें सूचना मिली कि राधेश्याम चौबे के नेतृत्व में एक भीड़ उनके घर पर हमला कर रही है। हमलावरों ने घर की बाउंड्री पर चढ़कर तोड़फोड़ शुरू की और गेट पर पत्थरों से वार किए। इतना ही नहीं, कुछ उपद्रवियों ने घर में मौजूद महिलाओं को गालियां दीं, अश्लील इशारे किए और जान से मारने की धमकी दी। उस वक्त घर में अशोक की बुजुर्ग मां, पत्नी और बच्चे अकेले थे, जो इस हमले से बुरी तरह डर गए।
पुलिस ने लिया एक्शन
अशोक ने इस घटना के सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत पुलिस को सौंपे, जिसके आधार पर शुक्रवार को कैंट थाने में दो नामजद (राधेश्याम चौबे सहित) और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कठोर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
अधिवक्ता समुदाय में गुस्सा
इस घटना ने वाराणसी के अधिवक्ता समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि एक वकील के घर पर इस तरह का हमला न सिर्फ उनके परिवार की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति को भी उजागर करता है। अशोक ने पुलिस से अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आगे क्या?
यह घटना न केवल एक परिवार की सुरक्षा का मसला है, बल्कि समाज में बढ़ती गुंडागर्दी और कानून के प्रति सम्मान की कमी को भी दर्शाती है। अब सबकी नजरें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या इस मामले में न्याय मिलेगा? क्या पीड़ित परिवार को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा? ये सवाल अभी हर किसी के मन में हैं।