कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद भी देश में इससे कोहराम मचा हुआ है। वाराणसी में भी रोजाना सौ से ज्यादा मामले आ रहे हैं। सरकार ने कोरोना की कड़ी तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया हुआ है। लोगों से घरों से नहीं निकलने की अपील की जा रही है। केवल जरूर कार्य से ही लोगों को घर से बाहर जाने को कहा जा रहा है। इसके बाद भी कुछ लोग मानने को तैयार नहीं हैं। वाराणसी के गंगा घाटों पर भी दोस्तों और परिवार के साथ तफरी करने पहुंच जा रहे हैं। ऐसे ही लोगों को शुक्रवार को पुलिस ने सबक सिखाया।
यहां के प्रसिद्ध् गंगा घाट अस्सी पर घूम रहे करीब दो दर्जन लोगों को पुलिस ने नदी में तैर रही जेटी पर कतार में खड़ा किया। क्लास टीचर की तरह सभी को कोरोना कर्फ्यू का महत्व बताया। एक-एक कर सभी से जुर्माना वसूला और चेतावनी देते हुए वहां से जाने दिया। कुछ लोगों ने जुर्माना देने में आनाकानी की और पुलिस को रौब दिखाने की कोशिश की तो ऐसे लोगों का धारा 188 में चालान भी किया गया।
शुक्रवार की दोपहर बाद रोज की तरह इलाके के चौकी इंचार्ज दीपक रानावत अपनी टीम के साथ गंगा घाट से लेकर गलियों में कोरोना कर्फ्यू के पालन में लगे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि काफी संख्या में लोग घाट और गंगा में लगाई गई जेटी पर तफरी ले रहे हैं। कुछ लोग दोस्तों के साथ घूम रहे थे तो कुछ परिवार के साथ पहुंचे थे।
अलग अलग अंदाज में सेल्फी ले रहे करीब 30 लोगों को चौकी इंचार्ज ने जेटी पर ही कतार में खड़ा कराया। पहले सभी को कोरोना कर्फ्यू के महत्व के बारे में बताया। उन्हें समझाया कि इस समय घर से बाहर निकलना कितना खतरनाक है। उन्हें भविष्य में भी अपनी गलती का एहसास हो इसलिए सरकार की तरफ से निर्धारित जुर्माना भी लगाया। सभी का 100-100 रुपये का चालान काटा। पुलिस के चालान का जब तीन चार लोगों ने विरोध किया तो उनका धारा 188 में चालान भी किया गया।