वाराणसी, 4 नवंबर 2024, सोमवार। नवसंघ क्लब की काली प्रतिमा का विसर्जन एक भव्य और धार्मिक आयोजन था। सोमवार की रात, मैदागिन स्थित कंपनी बाग सरोवर में प्रतिमा को विसर्जित किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों की थापों पर नृत्य किया और धार्मिक उद्घोष किए।
विसर्जन यात्रा देवनाथपुरा की तंग गलियों से शुरू हुई, जहां श्रद्धालु प्रतिमा के साथ चल रहे थे। पुलिस बल प्रतिमा की सुरक्षा के लिए तैनात था। मुख्य सड़क पर पहुंचने पर बंग समुदाय की महिलाओं ने मां काली को सिंदूर अपर्ण किया।
विधि-विधान पूर्वक पूजन सम्पन्न कर प्रतिमा को रवाना किया गया। रास्ते भर पटाखों की गूंज हो रही थी। प्रतिमा मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया, चौक, बुलानाला, मैदागिन होते हुए देर रात कंपनी बाग स्थित सरोवर पर पहुंची। आरती के बाद भक्तों ने मां काली का विसर्जन किया।
गोदौलिया चौमुहानी पर परम्परा का निर्वाह करते हुए काली प्रतिमा को घुमाया गया। प्रतिमा जिस मार्ग से गुजरती, लोग फूलों की वर्षा कर अभिनन्दन करते। काली समेत अन्य प्रतिमाओं के प्रतिरूप रास्ते भर मुखौटा लगाए तलवारबाजी करते चल रहे थे, जो आकर्षण का विशेष केंद्र थे।
रोका गया था आवागमन
अति संवेदनशील क्षेत्र से प्रतिमा के गुजरने और विसर्जन में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए कड़ी सुरक्षा थी। सोनारपुरा से गोदौलिया की ओर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया था। प्रतिमा के बांसफाटक की ओर पहुंचने के बाद रात करीब साढ़े 10 बजे सोनारपुरा से गोदौलिया के बीच आवागमन शुरू हो सका।
विसर्जन स्थल पर भी सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई
सुरक्षा की दृष्टि से अपर पुलिस आयुक्त एस चिनप्पा, डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, एडीसीपी काशी नीतू सिंह, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक सहित अन्य पुलिस अधिकारी चक्रमण कर रहे थे। विसर्जन स्थल पर भी सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। प्रतिमा का दर्शन करने के लिए पूरा बाग श्रद्धालुओं से भरा था। एनडीआरएफ और कमिश्नरेट पुलिस बल, आरएएफ, पीएसी के जवान मुश्तैद थे।