वाराणसी, 27 जुलाई 2025: काशी की पावन धरती पर चोरों के हौसले बुलंद थे, लेकिन दशाश्वमेध पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने एक संगठित अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर 16 शातिर अपराधियों को धर दबोचा। इस कार्रवाई में 10 लाख रुपये से अधिक कीमत का चोरी का माल भी बरामद किया गया, जिसमें सोने की चेन, चांदी की पायल, नकदी और चोरी के मोबाइल शामिल हैं।
पुलिस आयुक्त वाराणसी के निर्देश पर शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत, पुलिस उपायुक्त (DCP) काशी जोन के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने लहरतारा के ओम शिव पेईंग गेस्ट हाउस पर रविवार को छापा मारा। सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) दशाश्वमेध और प्रभारी निरीक्षक की अगुवाई में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। तकनीकी और मैनुअल खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने इस गिरोह के ठिकाने का पता लगाया और एक सुनियोजित कार्रवाई में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या-क्या हुआ बरामद?
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 6 सोने की चेन, 2 जोड़ी चांदी की पायल, 1 लाख 400 रुपये नकद, 3 चोरी के मोबाइल फोन और 6 चेन कटर उपकरण बरामद किए। यह गिरोह दशाश्वमेध घाट और काशी के अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को निशाना बनाकर चेन, पर्स और मोबाइल चोरी करता था।
कौन हैं ये चोर?
गिरफ्तार अभियुक्तों में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के पुरुष और महिला अपराधी शामिल हैं, जो एक संगठित गिरोह के रूप में काम करते थे। कई अभियुक्तों के खिलाफ पहले से चोरी और लूट के मामले दर्ज हैं। यह गिरोह सुनियोजित ढंग से भीड़ का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम देता था।
पुलिस की रणनीति रही कारगर
DCP काशी जोन की योजनाबद्ध रणनीति और ACP दशाश्वमेध की सतर्क निगरानी ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया। पुलिस अब गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश में जुटी है और विधिक कार्रवाई तेजी से की जा रही है।
यह कार्रवाई न केवल काशी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों में भी विश्वास जगाती है। पुलिस का कहना है कि अपराध के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।