वाराणसी, 10 फरवरी 2025, सोमवार। वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के पलट प्रवाह के बीच आम दिनों की अपेक्षा दोगुना से ज्यादा भीड़ का दबाव है। बता दें, शनिवार की रात झूंसी-छपरा कुंभ स्पेशल ट्रेन के इंजन में यात्रियों ने कब्जा कर लिया। अन्य कोच का दरवाजा नहीं खुलने से परेशान महिलाएं और पुरुष इंजन में चढ़ गए। लोको पायलट की सूचना पर आरपीएफ ने यात्रियों को इंजन से उतारा।
महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण कैंट और बनारस स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया है। पिछले दो दिन से लगभग दो से ढाई लाख यात्रियों की आवाजाही हो रही है। पश्चिम बंगाल से बिहार-झारखंड होकर वाराणसी से महाकुंभ जाने वाली ट्रेनें भरकर आ रही हैं। जनरल कोच में 250-300 यात्रियों की भीड़ है। टाॅयलेट तक में यात्री बैठकर सफर करने को बाध्य है। कुंभ स्पेशल के अलावा नियमित ट्रेनों में भीड़ से आरक्षण वाले यात्रियों को उनकी सीट नहीं मिल पा रही है।
प्रयागराज के अलावा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। प्रयागराज महाकुंभ वाले मार्ग पर गाड़ियों की लंबी कतार लगने की वजह से लोगों को अपनी यात्रा पूरा करने में घंटों लग जा रहे हैं। इस बीच मौनी अमावस्या के बाद से ही वाराणसी में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। वाराणसी के आसपास जनपद के अलावा दूसरे राज्यों से भी चार पहिया अथवा बड़े वाहन के साथ लोग वाराणसी पहुंच रहे हैं। इसी बीच अगर आप वाराणसी आ रहे हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपके वाहन एंट्री को लेकर क्या व्यवस्था बनाई गई है।
खबरों के मुताबिक, प्रयागराज महाकुंभ से आवागमन करने वाले श्रद्धालुओं के वाहन पार्किंग के लिए जनपद में 22 जगह को चिन्हित किया गया है। इन 22 जगह में शहर के अलावा आउटर जगह वाले स्थान भी निर्धारित किए गए हैं। दूसरे शहरों से वाराणसी में जैसे ही बड़े वाहन प्रवेश करेंगे उन्हें निर्धारित विशाल ग्राउंड पर वाहन पार्क करना होगा। इसके अलावा छोटे चार पहिया वाहन को क्रमानुसार शहर में जाने की अनुमति मिलेगी जहां पर वाहन पार्किंग बनाए गए हैं। इसमें भोजबीर का उदय प्रताप कॉलेज, नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल कॉलेज, डॉक्टर संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी, क्वींस कॉलेज, सी.एम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, खादी ग्रामोद्योग मैदान सहित अन्य स्थल पार्किंग के लिए निर्धारित किए गए।
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी शहर में बाहर के किसी भी वाहन को भ्रमण करने नहीं दिया जा रहा है, उन्हें निर्धारित जगहों पर पार्किंग के लिए भेजा जा रहा है। जबकि UP- 65 वाले वाहन ही शहर में अपने घर से अगले गंतव्य के लिए आवागमन कर रहें हैं। ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए रूट डाइवर्ज़न भी किया जाता है। इसके अलावा पार्किंग स्थल से टोटो, ऑटो, रिक्शा, इलेक्ट्रिक बस के माध्यम से श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर गंगा घाट अन्य धार्मिक स्थल पहुंच रहे हैं।