रवींद्रपुरी में सीवर कनेक्शन की लापरवाही, जलभराव से हलकान जनता
वाराणसी, 3 अगस्त 2025: शहर की स्थापित सबसे पहली कॉलोनी रवींद्रपुरी की छह लेन में सीवर कनेक्शन की घोर लापरवाही सामने आई है। यहां 60 मकानों की सीवर लाइन को जोड़ने का काम अब तक शुरू नहीं हुआ, जिससे बारिश में जलभराव की समस्या ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। जलकल ने जल निगम के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर गलियों और मुख्य सड़क के मकानों को नई सीवर पाइपलाइन से जोड़ने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
रवींद्रपुरी कल्याण समिति की शिकायतों के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। पहले सड़क निर्माण का काम पूरा किया गया, लेकिन जब स्थानीय लोगों ने सीवर लाइन की मांग उठाई, तब जलकल को काम सौंपा गया। एक ठेकेदार ने आधा-अधूरा काम कर भाग लिया, जबकि दूसरे ने सिर्फ मुख्य पाइपलाइन डालकर खानापूरी कर दी। स्थानीय लोगों को डर है कि अगर पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण शुरू कर दिया, तो सीवर ओवरफ्लो की समस्या और गंभीर हो जाएगी।
नगर निगम के अधिकारियों ने हाल ही में क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया था। मेयर अशोक कुमार तिवारी ने जलकल के महाप्रबंधक को इसकी जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।
नगर निगम की लापरवाही से गलियों में कूड़े का ढेर, टूटी सीवर लाइनों ने बढ़ाई मुश्किलें
आदमपुर जोन के अमरपुर बटलोहिया मोहल्ले में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रह की व्यवस्था आज तक शुरू नहीं हो सकी। वार्ड नंबर 63 जलालीपुरा के निवासियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को दी गई जिम्मेदारी के बावजूद उनके घरों से कूड़ा उठाने कोई नहीं आता। न सिर्फ अमरपुर बटलोहिया, बल्कि राजघाट, प्रह्लाद घाट और सेवई मंडी जैसे इलाकों में भी गलियों में कूड़े का अंबार लगा है।
भारद्वाजी टोला के निवासी आनंद चौबे, संदीप, अजय, संगीता, विजय और इमरान ने बताया कि टूटी सीवर लाइनों से मलबा निकाला जाता है, लेकिन सफाईकर्मी उसे गलियों में ही छोड़कर चले जाते हैं। इससे गंदगी और बदबू ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। स्थानीय लोग नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।