गोकुलपुरी, दिल्ली, 14 अप्रैल 2025, सोमवार: हिमांशु वाल्मीकि की नृशंस हत्या ने वाल्मीकि समाज को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद घटना के विरोध में आयोजित सभा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने शिरकत की और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। यह सभा न केवल हिमांशु को श्रद्धांजलि थी, बल्कि समाज में जागृति और एकता का आह्वान भी थी।
शिकार करने वाले का शिकार करो
सभा को संबोधित करते हुए सुरेंद्र गुप्ता ने कहा, “हम हिमांशु के लिए न्याय मांगने और उनके परिवार के साथ खड़े होने आए हैं। यह सभा किसी संगठन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की आवाज है।” उन्होंने दिल्ली के हिंदू युवाओं से एकजुट होने की अपील की और कहा, “अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहो। जो तुम्हें शिकार बनाना चाहता है, उसका शिकार करो। अगर इस दौरान कोई हादसा हो, तो विहिप कानूनी और आर्थिक मदद देगी।”
गुप्ता ने समाज को आगाह करते हुए कहा कि अब चुप रहने का वक्त नहीं है। “जिस दिन हम उनकी भाषा में जवाब देना सीख लेंगे, उस दिन ऐसी घटनाएं बंद हो जाएंगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक हिमांशु को पूरा न्याय नहीं मिल जाता।
जिहादी हमें काफिर समझता है
प्रांत मंत्री ने इस घटना को गहरे सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से विश्लेषित किया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक परिवार की क्षति नहीं, बल्कि पूरे समाज का नुकसान है। जिहादी हमें जाति, भाषा या प्रांत के आधार पर नहीं देखता। उसके लिए हम सिर्फ काफिर हैं, जिनका कत्ल उसे जन्नत का रास्ता दिखाता है।” उन्होंने आरोप लगाया कि जिहादी मानसिकता को उनकी बिरादरी, मस्जिदें और मौलवी भी समर्थन देते हैं।
“धर्मनिरपेक्षता की आड़ में कुर्सी की राजनीति नहीं चलेगी”
गुप्ता ने उन नेताओं को भी आड़े हाथों लिया, जो सत्ता के लिए हिंदू एकता का नारा लगाते हैं, लेकिन कुर्सी मिलते ही धर्मनिरपेक्षता का ढोंग रचते हैं। “ऐसे नेताओं को चेतावनी है कि हम अपने बच्चों को नहीं खोएंगे, ताकि तुम कुर्सी पर बैठकर रमजान में राम और दीवाली में अली की बात करो। यह नहीं चलेगा।”
न्याय और एकता का संकल्प
उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। “यह सुखद है कि समाज में जागृति आई है। हमें एकजुट होकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना होगा।” विहिप ने वचन दिया कि हिमांशु के लिए न्याय की लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती।
एकजुट समाज, मजबूत संदेश
यह सभा केवल शोक प्रकट करने का मंच नहीं थी, बल्कि हिंदू समाज को एकजुट करने और आत्मरक्षा का संदेश देने का जरिया थी। सुरेंद्र गुप्ता के शब्दों ने उपस्थित लोगों में जोश भरा और यह स्पष्ट किया कि समाज अब और चुप नहीं रहेगा। हिमांशु की हत्या ने एक बार फिर साबित किया कि एकता और सतर्कता ही समाज की सबसे बड़ी ताकत है।