लखनऊ, 22 दिसंबर 2024, रविवार। उत्तर प्रदेश के इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेरों को आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं से पेट के रोग दूर किए जा रहे हैं। शेरों में कब्ज की समस्या आम तौर पर सर्दी के मौसम और बढ़ती उम्र के साथ ही खड़ी हो जाती है, जिससे उन्हें मल त्याग करने में कठिनाई होती है।
इस समस्या से निपटने के लिए सफारी प्रबंधन ने आयुर्वेद का सहारा लिया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने शेरों को आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाएं देना शुरू किया है, जो कब्ज निवारण के लिए ही हैं। शेरों को मीट के साथ आयुर्वेदिक दवाएं दी जा रही हैं, जिनका अच्छा असर दिखने लगा है।
पिछले डेढ़ साल में इसके अच्छे नतीजे सामने आए हैं, और अब इटावा सफारी प्रबंधन ने इसको प्रयोग के रूप में शामिल कर लिया है। शेरों को दी जाने वाली दवाएं निम्नलिखित हैं:
आयुर्वेदिक दवाएं
होम्योपैथिक दवाएं
प्रोबायटिक्स
विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स
भूख बढ़ाने के लिए सिरप
इन दवाओं के साथ-साथ शेरों को बड़ी जगह दी गई है ताकि वे स्वतंत्र रूप से विचरण कर सकें। इसके बावजूद बाड़े में रहने वाले या उम्रदराज़ शेरों के लिए हर्बल दवाओं का प्रोटोकॉल इस्तेमाल किया जा रहा है।