आज हम आपको उत्तर प्रदेश के एक ऐसे खूंखार बदमाश की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। बीते साल 10 जुलाई 2020 की सुबह उत्तर प्रदेश के बहराइच में एसटीएफ ने शातिर बदमाश पन्ना यादव को मुठभेड़ में मार गिराया था। इस बदमाश की कहानी फिल्मों जैसी है। गोरखपुर जिले के गुलरिहा इलाके के मंगलपुर गांव के बौडिहवा टोला का मूल निवासी पन्ना साल 1997-98 में एक दरोगा की जीप चलाता था। इसी दौरान उसे दरोगा की बेटी से प्यार हो गया। दरोगा की बेटी का अपहरण कर उसे प्रयागराज ले गया।
दरोगा से जुड़ा मामला होने की वजह से पुलिस ने तेजी दिखाई और बेटी को बरामद कर लिया। तब पन्ना के खिलाफ एनसीआर दर्ज की गई थी। दरोगा ने बेटी की शादी दूसरी जगह कर दी, लेकिन पन्ना ने उससे मेलजोल बनाए रखा। बाद में आग से झुलस जाने की वजह से दरोगा की बेटी की मौत हो गई थी। यहीं से पन्ना का मिजाज बदल गया और वह पूरी तरह से जरायम (क्राइम) की दुनिया में रम गया।
जेलर पर हमले के बाद सुर्खियों में आया
इस मामले में जेल से छूटने के बाद पन्ना लौटा तो फिर से वारदातों को अंजाम देने लगा। इस बीच उसने बदमाशों की फौज तैयार कर ली। उसने संतोष पांडेय, बबलू यादव, इंद्रपाल सिंह, नागेंद्र चौधरी, श्यामसुंदर, पिंटू और तेज प्रताप को साथ जोड़ लिया। पन्ना और उसके साथियों ने गोरखपुर और महराजगंज जिले में ताबड़तोड़ आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर सनसनी फैला दी। ताबड़तोड़ लूट की घटनाएं कर वह पुलिस को चुनौती देने लगा।