नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2025, सोमवार। 21 अप्रैल की सुबह, दिल्ली का पालम हवाई अड्डा एक ऐतिहासिक पल का गवाह बना, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पत्नी ऊषा वेंस और तीन बच्चों—इवान, विवेक और मिराबेल—के साथ भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर उतरे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनका गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया, और पारंपरिक नृत्य प्रदर्शनों ने माहौल को और जीवंत बना दिया। इस चार दिवसीय यात्रा का पहला पड़ाव था दिल्ली का स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर, जहां वेंस परिवार ने भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का अनुभव किया। यह दौरा न केवल सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक बना, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का भी संदेश दे गया।
अक्षरधाम में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव
सुबह 11 बजे के बाद, वेंस परिवार अक्षरधाम मंदिर पहुंचा, जहां उनकी अगवानी मंदिर की प्रवक्ता राधिका शुक्ला और अन्य पदाधिकारियों ने की। जेडी वेंस और उनकी पत्नी ऊषा, जो भारतीय मूल की हैं और हिंदू धर्म का पालन करती हैं, ने भगवान स्वामीनारायण की प्रतिमा के दर्शन किए और पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। उनके बच्चे, जो कुर्ता-पायजामा और लहंगे जैसे पारंपरिक भारतीय परिधानों में सजे थे, मंदिर की भव्य वास्तुकला और नक्काशी से अभिभूत दिखे। मंदिर में करीब 55 मिनट बिताने के दौरान, परिवार ने परिसर में प्रदर्शित सद्भाव, पारिवारिक मूल्यों और शाश्वत ज्ञान के संदेशों की जमकर सराहना की।
जेडी वेंस ने मंदिर की अतिथि पुस्तिका में अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा, “इस खूबसूरत जगह पर मेरा और मेरे परिवार का स्वागत करने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। यह भारत के लिए बहुत बड़ा श्रेय है कि आपने सटीकता और सावधानी से एक सुंदर मंदिर बनाया है। खास तौर पर हमारे बच्चों को यह बहुत पसंद आया। भगवान सभी का भला करे।” मंदिर प्रशासन ने उन्हें एक स्मारिका भेंट की, ताकि यह यात्रा उनकी स्मृतियों में हमेशा ताजा रहे। राधिका शुक्ला ने कहा, “उनका अनुभव अविस्मरणीय था। बच्चों ने खास तौर पर मंदिर की कलाकृतियों और सांस्कृतिक नक्काशी का आनंद लिया।”
ऊषा वेंस: भारत से गहरा नाता
इस दौरे की खासियत थी ऊषा वेंस की उपस्थिति, जिनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से हैं। ऊषा, जो एक प्रख्यात वकील हैं, अपने बच्चों की परवरिश हिंदू और ईसाई दोनों धर्मों की शिक्षाओं के साथ कर रही हैं। अक्षरधाम मंदिर का दौरा उनके लिए न केवल धार्मिक, बल्कि व्यक्तिगत और सांस्कृतिक महत्व का भी था। उनके बच्चों के भारतीय परिधानों में सजे होने ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं, और कई लोगों ने इसे भारत-अमेरिका के बीच सांस्कृतिक सेतु के रूप में देखा।
कूटनीति और सांस्कृतिक जुड़ाव का मेल
जेडी वेंस की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में हलचल मचा रखी है। ट्रंप ने हाल ही में भारत सहित कई देशों पर जवाबी टैरिफ की घोषणा की थी, जिसे 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया। इस पृष्ठभूमि में, वेंस का दौरा कूटनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहद अहम है। सोमवार शाम को, वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार समझौते, टैरिफ, और भू-राजनीतिक प्राथमिकताओं पर चर्चा की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने वेंस परिवार के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया, जो दोनों देशों के बीच गर्मजोशी और सहयोग का प्रतीक था। वेंस की यात्रा में भारत-अमेरिका व्यापार को 118 अरब डॉलर से आगे बढ़ाने और ऑटो, मोटरसाइकिल, कृषि, और फार्मा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। इसके अलावा, यह दौरा ट्रंप की प्रस्तावित भारत यात्रा की रूपरेखा तैयार करने का भी आधार बना।
दिल्ली से जयपुर और आगरा तक
अक्षरधाम दौरे के बाद, वेंस परिवार ने दिल्ली में कुछ समय भारतीय हस्तशिल्प उत्पादों की खरीदारी के लिए भी निकाला। इसके बाद वे जयपुर के लिए रवाना हुए, जहां वे आमेर किले जैसे ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे। 23 अप्रैल को, वे आगरा में ताजमहल का दीदार करेंगे, और 24 अप्रैल को जयपुर से अमेरिका के लिए वापस रवाना होंगे। यह यात्रा भारत के सांस्कृतिक वैभव को विश्व मंच पर प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर बनी।
भारत-अमेरिका संबंधों में नया अध्याय
जेडी वेंस की यह यात्रा सिर्फ एक राजनयिक मुलाकात नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव का भी प्रतीक है। उनकी पत्नी ऊषा का भारतीय मूल और बच्चों का भारतीय परिधानों में उत्साह इस बात का सबूत है कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते केवल व्यापार और रणनीति तक सीमित नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों से भी गहरे जुड़े हैं।
सोशल मीडिया पर इस दौरे की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां लोग वेंस परिवार के भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान की सराहना कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह एक सशक्त संदेश है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार भारतीय परंपराओं का सम्मान करते हैं।”
जेडी वेंस का अक्षरधाम मंदिर दौरा भारत-अमेरिका संबंधों में एक सुनहरा पल बन गया। यह यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करेगी, बल्कि सांस्कृतिक एकता और आपसी सम्मान को भी बढ़ावा देगी। जैसा कि वेंस ने अपनी अतिथि पुस्तिका में लिखा, “यह भारत का गौरव है।” यह दौरा निश्चित रूप से दोनों देशों के बीच एक नया अध्याय शुरू करने का वादा करता है।