✍️ विकास यादव
नई दिल्ली, 3 अप्रैल 2025, गुरुवार। कहते हैं, कुछ लोग जिंदगी में ऊंचाइयों को छूते हैं और फिर अचानक एक नया रास्ता चुन लेते हैं। ऐसी ही एक कहानी है बिहार कैडर की IPS अधिकारी काम्या मिश्रा की, जिन्होंने महज 22 साल की उम्र में UPSC जैसी कठिन परीक्षा को अपने हौसले से पार किया और अब 28 साल की उम्र में अपनी वर्दी को अलविदा कह दिया। राष्ट्रपति ने 27 मार्च, 2025 को उनके इस्तीफे को मंजूरी दी, जिसकी जानकारी 1 अप्रैल, 2025 को सामने आई। लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था, और न ही इसकी शुरुआत किसी साधारण कहानी से कम है।
सपनों की उड़ान: 22 साल में UPSC, 172वीं रैंक
काम्या मिश्रा ओडिशा की बेटी हैं, जिन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की। साल 2019 में, जब ज्यादातर युवा अपने करियर की शुरुआत के बारे में सोच रहे होते हैं, काम्या ने UPSC परीक्षा में 172वीं रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया। महज 22 साल की उम्र में वे IPS बन गईं। शुरूआत में उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला, लेकिन बाद में उनका तबादला बिहार कैडर में हो गया। बिहार में उनकी आखिरी पोस्टिंग दरभंगा में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक (SP) के तौर पर थी।
चुनौतियों से भरा करियर और सुर्खियों में शादी
काम्या का करियर जितना प्रेरक रहा, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी। बिहार में उन्होंने कई बड़े मामलों में अपनी छाप छोड़ी। खास तौर पर बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश साहनी के पिता की दिनदहाड़े हत्या की जांच में उनकी भूमिका ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। लेकिन उनकी जिंदगी का एक और पहलू जो चर्चा में रहा, वो थी उनकी शादी। काम्या ने बिहार कैडर के ही 2022 बैच के IPS अधिकारी अवधेश सरोज दीक्षित से राजस्थान के उदयपुर में शादी रचाई। यह शादी भी कम रोमांचक नहीं थी। अवधेश बताते हैं कि उनकी मुलाकात 2019 में मसूरी की ट्रेनिंग एकेडमी में हुई थी। दोनों ने साथ में ट्रेनिंग की, मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के एक गांव में प्रोजेक्ट पर काम किया, और यहीं से उनकी दोस्ती प्यार में बदली। अवधेश कहते हैं, “जब मुझे कोई दिक्कत होती थी, काम्या हमेशा मदद करती थी। काम के दौरान हमारी बॉन्डिंग गहरी हो गई।”
इस्तीफे का फैसला: पारिवारिक कारण या कुछ और?
अगस्त 2024 में काम्या ने ‘पारिवारिक कारणों’ का हवाला देकर इस्तीफा दे दिया। उस वक्त उनके इस्तीफे को मंजूरी नहीं मिली, बल्कि उन्हें नवंबर 2024 में 180 दिनों की लंबी छुट्टी दी गई। लेकिन 27 मार्च, 2025 को जारी एक नोटिफिकेशन के साथ उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया। इस खबर ने सबको हैरान कर दिया। आखिर क्या वजह थी कि एक होनहार IPS अधिकारी ने इतनी कम उम्र में अपने करियर को अलविदा कह दिया? कुछ का मानना है कि यह फैसला निजी था, तो कुछ हलकों में यह चर्चा भी गर्म है कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काम्या राजनीति में कदम रख सकती हैं।
एक नई शुरुआत की ओर?
काम्या मिश्रा की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। 22 साल में UPSC की ऊंचाई छूना, बिहार जैसे चुनौतीपूर्ण राज्य में पुलिस सेवा में अपनी पहचान बनाना, और फिर 28 साल की उम्र में एक नया रास्ता चुनना—यह सब उनके साहस और दृढ़ निश्चय को दर्शाता है। क्या वे अब राजनीति में अपनी नई पारी शुरू करेंगी, या यह फैसला सिर्फ निजी जिंदगी को प्राथमिकता देने का नतीजा है? यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि काम्या मिश्रा की यह कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करती रहेगी—चाहे वो वर्दी में हो या किसी नए रंग में।