लखनऊ, 22 जून 2025, रविवार: उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पुलिस विभाग में क्रांतिकारी बदलाव की बयार बहने वाली है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने एक सनसनीखेज घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही प्रदेश के हर थाने को 25-25 नए सिपाहियों की ताकत मिलेगी। 60,244 नए सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद, इनकी कठिन ट्रेनिंग के समापन पर यह कदम उठाया जाएगा, जो यूपी पुलिस को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
थानों की तस्वीर बदलेगी, बढ़ेगी कार्यक्षमता
डीजीपी ने बताया कि ये नवनियुक्त सिपाही न केवल थानों की कार्यक्षमता को कई गुना बढ़ाएंगे, बल्कि अगले 30-40 वर्षों तक यूपी पुलिस की रीढ़ बनकर समाज की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को अटल रखेंगे। इन जवानों को विश्वस्तरीय ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे हर चुनौती का डटकर मुकाबला कर सकें। डीजीपी ने जोर देकर कहा, “हमारे सिपाही सिर्फ कर्मचारी नहीं, बल्कि समाज के रक्षक हैं। उनकी ट्रेनिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”
अधिकारियों को कड़ा निर्देश: अनुशासन और नेतृत्व का बनें उदाहरण
डीजीपी राजीव कृष्ण ने वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि वे ट्रेनिंग ले रहे सिपाहियों को अपने अनुभवों का खजाना सौंपें। उन्होंने कहा, “अधिकारी खुद अनुशासित रहें, स्मार्ट वर्दी पहनें, परेड में शामिल हों और ऐसा आचरण करें कि सिपाही उनसे प्रेरणा लें।” साथ ही, ट्रेनिंग सेंटर्स की समय-समय पर कड़ी निगरानी करने के भी निर्देश दिए गए।
ट्रेनिंग में नहीं होगी कोई रुकावट
डीजीपी ने सिपाहियों की ट्रेनिंग को बाधारहित बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाने का वादा किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने अधिकारियों से ट्रेनिंग में आ रही समस्याओं का जायजा लिया और मुख्यालय को इनके तत्काल समाधान का आदेश दिया। साथ ही, अन्य विभागों से जुड़े कार्यों को भी तेजी से पूरा करने की हिदायत दी। सिपाहियों की योग्यताओं और नए कौशलों का डेटा वर्गीकृत कर रिकॉर्ड करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि उनकी प्रतिभा का सही उपयोग हो सके।
महिला ट्रेनिंग सेंटर्स में सुरक्षा और सशक्तिकरण पर जोर
महिला सिपाहियों के लिए विशेष ध्यान देते हुए डीजीपी ने कहा कि महिला ट्रेनिंग सेंटर्स में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के तहत विशाखा कमेटी का गठन अनिवार्य है। इन सेंटर्स में पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और वरिष्ठ महिला अधिकारियों को नियमित निरीक्षण का जिम्मा सौंपा गया है। डीजीपी ने साफ किया कि महिला सिपाहियों को न केवल सुरक्षित माहौल मिलेगा, बल्कि वे समाज में सशक्तिकरण की मिसाल भी बनेंगी।
यूपी पुलिस का नया युग शुरू
डीजीपी राजीव कृष्ण का यह ऐलान यूपी पुलिस के इतिहास में मील का पत्थर साबित होने वाला है। नए सिपाहियों की तैनाती से न केवल थानों की ताकत बढ़ेगी, बल्कि प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने और जनता का विश्वास जीतने में भी मदद मिलेगी। यह कदम यूपी को एक सुरक्षित और समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दे रही है।