लखनऊ, 6 मार्च 2025, गुरुवार। रायबरेली में व्हील चेयर न मिलने पर दिव्यांग पति को पत्नी द्वारा पीठ लादकर सीएमओ कार्यालय पहुंचने के इस प्रकरण में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त एक्शन लिया है। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए, उप मुख्यमंत्री ने एक चिकित्सक समेत दो कर्मचारियों पर कार्रवाई की संस्तुति की है। इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए, यह बताया गया है कि एक महिला अपने दिव्यांग पति का प्रमाण पत्र बनाने के लिए सीएमओ कार्यालय पहुंची थी। लेकिन, सीएमओ कार्यालय में दिव्यांग पति को व्हील चेयर नहीं मिली, जिसके कारण पत्नी ने दिव्यांग पति को पीठ पर लाद लिया। यह घटना सोशल मीडिया में वायरल हुई और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसका संज्ञान लिया।
उप मुख्यमंत्री ने अपर निदेशक से रायबरेली सीएमओ डॉ. नवीन चन्द्रा को इस घटना के बारे में तीन दिन में प्रकरण की जांच के आदेश दिए। सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की, जिसकी जांच में लापरवाही उजागर हुई। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर, उप मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला दिव्यांग बोर्ड के नोडल अधिकारी डॉ. अम्बिका प्रकाश को मुख्यालय से हटा दिया गया है। उन्हें जतुआटप्पा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती दी गई है। इसके अलावा, डाटा इंट्री ऑपरेटर अनुकांत आनंद को यूडीआईडी कार्य से हटा दिया गया है और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें बेलाभेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि दिव्यांग बोर्ड में सभी आवश्यक संसाधन जुटाए जाएं, ताकि दिव्यांगजनों को असुविधा से बचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाह डॉक्टर या कर्मचारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।