सोमवार से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षा को पारदर्शी, सुरक्षित व नकलविहीन बनाने की तैयारी योगी सरकार ने पूरी कर ली है। इस बार परीक्षा केंद्रों पर न केवल सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की गई है, बल्कि परीक्षार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
परीक्षा सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हो जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं का आना शुरू हो गया है। छात्र अपने रोल नंबर के हिसाब से अपनी-अपनी कक्षा में पहुंच रहे हैं। इस बार परीक्षा में सुरक्षा और अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया गया है। हाई स्कूल की परीक्षाएं 12 मार्च तो इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 20 मार्च तक आयोजित की जाएंगी।
पहले दिन सुबह 8:30 से 11:45 बजे की पाली में हाईस्कूल की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी तथा इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम 5:15 तक हाईस्कूल की हेल्थकेयर तथा इंटरमीडिएट की हिंदी एवं सामान्य हिंदी की परीक्षा कराई जाएगी।
सुलतानपुर में दसवीं की परीक्षा के पहले दिन परीक्षार्थी डेढ़ घंटे पहले से ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचना शुरू हो गए। कादीपुर के बक्तावर बाबा शिक्षण संस्थान परीक्षा केंद्र पर गेट पर चस्पा लिस्ट में परीक्षार्थियों ने अनुक्रमांक से परीक्षा कक्ष की जानकारी ली। परीक्षा केंद्र पर पहुंचे छात्रों को उनके अभिभावक प्रश्न पत्र मिलने के बाद घबराने के बजाय आराम से उत्तर लिखने नसीहत देते नजर आए।संभल में परीक्षा केंद्रों के बाहर छात्रों की भीड़ दिखाई दी। वहीं मेरठ में कई स्कूलों के सेंटर जैसे जीआईसी में यूपी बोर्ड की परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं पर पुष्प डालकर संयुक्त शिक्षा निदेशक ने अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया।
बोर्ड परीक्षा के लिए 8,140 केंद्र बनाए गए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा पहली बार उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत कराई जा रही है। सचिव भगवती सिंह के अनुसार, इस अधिनियम के तहत साल्वर गिरोह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, जिसमें एक करोड़ रुपये जुर्माना एवं आजीवन कारावास तक हो सकती है।