इंदौर, 18 अप्रैल 2025, शुक्रवार: ‘मैं समय हूँ’ की गूंजती आवाज से देश-दुनिया के दिलों पर राज करने वाले हरीश भिमानी इंदौर में अपनी कला का जादू बिखेर रहे हैं। स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के विशेष कार्यक्रम ‘लर्न विथ लेजेंड’ के तहत उन्होंने ‘वॉयस एज़ ए करियर’ नामक दो दिवसीय निःशुल्क वॉयस एक्टिंग प्रशिक्षण शुरू किया है। अभिनव कला समाज में हर दिन सुबह 11 बजे तक चलने वाली इस कार्यशाला में प्रतिभागी रजिस्ट्रेशन के जरिए हिस्सा ले सकते हैं। प्रशिक्षण पूरा करने वालों को स्टेट प्रेस क्लब की ओर से सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। यह अवसर उन सभी के लिए सुनहरा है जो अपनी आवाज को कला और करियर का रूप देना चाहते हैं।
हरीश भिमानी: आवाज की दुनिया का बेताज बादशाह
हरीश भिमानी भारत की सबसे पहचानी जाने वाली आवाजों में से एक हैं। दूरदर्शन के ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में उनके ‘मैं समय हूँ’ ने उन्हें अमर कर दिया। 28,500 से अधिक रिकॉर्डिंग के साथ वे आवाज की दुनिया के शिखर पर हैं। रेडियो, फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, विज्ञापन, रेलवे स्टेशन, हवाई जहाज और वैश्विक मंचों पर उनकी आवाज आज भी गूंज रही है। स्वर, स्क्रिप्टिंग और तकनीक में उनकी महारत बेजोड़ है। खास बात यह कि उन्होंने स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के लिए 21 देशों और 52 शहरों में 143 शोज की मेजबानी की। स्टेज शो हो या वॉयस-ओवर, हरीश भिमानी हर मंच पर अपनी छाप छोड़ते हैं।

‘वॉयस एज़ ए करियर’: क्या है खास?
स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने बताया कि इस कार्यशाला का पाठ्यक्रम हरीश भिमानी के साथ मिलकर तैयार किया गया है। सृजनधर्मी पत्रकार शकील अख्तर ने इसकी संकल्पना में अहम भूमिका निभाई। दो दिनों में चार विशेष सत्रों के जरिए भिमानी वॉयस एक्टिंग के हर पहलू को सिखाएंगे। स्वर प्रशिक्षण, तकनीकी बारीकियां और आवाज को प्रभावशाली बनाने के गुर सिखाने के साथ-साथ वे प्रतिभागियों के सवालों का जवाब भी देंगे। यह कार्यशाला पत्रकारिता के छात्रों के साथ-साथ उन सभी के लिए उपयोगी है जो वॉयस-ओवर, डबिंग या एंकरिंग में करियर बनाना चाहते हैं।
कार्यशाला का शुभारंभ: उत्साह और प्रेरणा
हरीश भिमानी ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यशाला का शुभारंभ किया। प्रवीण खारीवाल, शकील अख्तर और पुष्कर सोनी ने उनका स्वागत किया, जबकि पंकज क्षीरसागर ने अतिथि परिचय दिया। पहले दिन से ही प्रतिभागियों में उत्साह देखते बन रहा है। भिमानी की प्रेरक शैली और अनुभवों से भरी बातें युवाओं को नई दिशा दे रही हैं।

आवाज को बनाएं अपनी ताकत
हरीश भिमानी का यह प्रशिक्षण केवल तकनीक सिखाने तक सीमित नहीं है; यह एक प्रेरणा है कि आवाज को कैसे अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाया जा सकता है। चाहे रेडियो हो, सिनेमा हो या अंतरराष्ट्रीय मंच, भिमानी ने दिखाया है कि सही स्वर और समर्पण के साथ हर मंजिल हासिल की जा सकती है। यह कार्यशाला इंदौर के युवाओं के लिए एक दुर्लभ अवसर है, जहां वे एक लेजेंड से सीधे सीख सकते हैं।
आगे की राह
‘वॉयस एज़ ए करियर’ न सिर्फ प्रतिभागियों को तकनीकी कौशल देगी, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और रचनात्मकता से भर देगी। स्टेट प्रेस क्लब का यह प्रयास कला, पत्रकारिता और मीडिया के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं को उभारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हरीश भिमानी जैसे दिग्गज के मार्गदर्शन में इंदौर के युवा निश्चित ही आवाज की दुनिया में अपनी पहचान बनाएंगे। यह कार्यशाला साबित करती है कि सही गुरु और मेहनत के साथ, आवाज सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि एक क्रांति बन सकती है।