पटना (बिहार), 2 अगस्त 2025: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटना में आयोजित एक किसान संवाद कार्यक्रम में देशवासियों को स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर बहनों ने भी प्रण लिया कि वे अपने भाइयों की कलाई पर केवल भारत में बनी राखी ही बांधेंगी। केंद्रीय मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘अश्वमेघ का घोड़ा’ करार देते हुए कहा कि यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचेगी, जिसे कोई ताकत रोक नहीं सकती।
शिवराज सिंह ने किसानों और नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों में केवल स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग करें। उन्होंने कहा, “हमारे किसान, हमारे लोग जो बनाते हैं, वही खरीदें। अपने कपड़े, मखाने, खिलौने—सब कुछ अपने देश का। 144 करोड़ भारतीयों का बाजार इतना बड़ा है कि अगर हम स्वदेशी अपनाएं, तो कोई भूखा नहीं रहेगा, हर हाथ को काम मिलेगा।” उन्होंने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व गति मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वदेशी वस्तु खरीदें’ के आह्वान को दोहराते हुए कहा कि भारत ने अमेरिका जैसे देशों के सामने स्पष्ट कर दिया है कि “राष्ट्र प्रथम, राष्ट्र सर्वोपरि” है। उन्होंने कहा, “हमारे किसानों के पास औसतन एक हेक्टर से भी कम जमीन है, जबकि अमेरिका में 10-20 हजार हेक्टर के फार्म हैं। ऐसी असमानता में मुकाबला नहीं हो सकता।” उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि भारत ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए दृढ़ रुख अपनाया है।
कार्यक्रम में उपस्थित बहनों ने रक्षाबंधन के अवसर पर स्वदेशी राखी बांधने का संकल्प लिया, जिस पर शिवराज सिंह ने खुशी जाहिर की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि 144 करोड़ भारतीयों का स्वदेशी संकल्प देश को आर्थिक महाशक्ति बनाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने आत्मविश्वास के साथ कहा, “हमारा भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह अश्वमेघ का घोड़ा है, जिसे कोई रोक नहीं सकता।”