नई दिल्ली, 7 जनवरी 2025, मंगलवार। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से संवाद के अपने नियमित कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को दिल्ली में सफदरजंग रोड स्थित अपने निवास स्थान पर दिल्ली के किसान संगठनों, किसान प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में आए किसान भाइयों-बहनों से मिले और समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि दिल्ली के किसानों से मिलने और चर्चा करने का अवसर मिला है । शिवाराज सिंह चौहान ने कहा कि राजधानी दिल्ली में किसान परेशान हैं, रो रहे हैं। मैं दिल्ली के किसानों के हितों के लिए पूरी ताकत लगाऊंगा और किसानों को उनका अधिकार दिलाकर रहूंगा। इस मुलाकात के दौरान किसानों ने भी कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को अनेक गंभीर समस्याएं बताई, किसानों द्वारा बताए जाने पर शिवराज सिंह ने इस बात पर दुःख जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की किसानों के लिए लागू अनेकानेक योजनाओं का लाभ दिल्ली सरकार ने दिल्ली के किसानों को अबतक नहीं दिया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें पहले भी दिल्ली के किसानों ने समस्याएं बताईं थी, जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी जी को पत्र लिखा था। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं उनसे हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि वो मेरे पत्र का जवाब दे। उन्होंने कहा की चलो जवाब भी मत दो, बहन आतिशी जी, लेकिन भारत सरकार की किसान कल्याण की योजनाओं को तो कम से कम आप दिल्ली के किसानों के लिए लागू कर दीजिए। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि आतिशी बहन आप मुझे गाली दो या दाउद कहो, उससे मुझे कोई अंतर नहीं पड़ता, लेकिन भारत सरकार की किसान कल्याणकारी नीतियों को तो दिल्ली के किसानों के लिए लागू कर दीजिए ।शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र द्वारा राज्यों के माध्यम से ही योजनाएं लागू की जाती है, यह व्यवस्था की बात है। दिल्ली में किसान हित में व्यवस्था परिवर्तन होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने दिल्ली की मुख्यमंत्री से अपील की है कि “बहन आतिशी, राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में किसानों का अहित न करो।”
शिवराज सिंह ने कहा कि दिल्ली में ट्रैक्टर भी कमर्शियल माना जाता है, रजिस्ट्रेशन का ज्यादा पैसा लगता है, यहां गंदे पानी में फसल बर्बाद होती है। यहां सोलर पंप योजना लागू नहीं है, फसल बीमा योजना लागू नहीं है, इस कारण दिल्ली राज्य के किसान बहुत परेशान है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली राज्य सरकार से कहा है कि आप प्रस्ताव भेजो, पैसा ले जाओ और किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाओ। लेकिन जब भी मैं किसानों की बात करता हूँ आतिशी जी कभी मुझे दाऊद कहती हो, कभी गाली देती हो तो जिसका कोई औचित्य नहीं है । शिवाराज सिंह ने कहा कि मैं फिर भी उनसे प्रार्थना करता हूं कि भले मुझे गाली दो, मुझे कोई अंतर नहीं पड़ता, लेकिन किसानों को योजनाओं का लाभ दे दो। शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी का जो व्यवहार है वो दिल्ली के किसानों के लिए प्राकृतिक आपदा से बड़ी “आप”दा है केजरीवाल साहब ।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि केंद्र सरकार ने बागवानी विकास मिशन लागू कर रखा है, जिसमें किसानों को बीज-खाद, कृषि यंत्रों, पाली हाऊस, ग्रीन हाऊस आदि पर सब्सिडी मिलती है । इस योजना का लाभ केंद्र सरकार देती है राज्य सरकार के माध्यम से, लेकिन यह मिशन दिल्ली की राज्य सरकार ने लागू नहीं किया है। इसी तरह, प्रधानमंत्री कृषि विकास योजना में सिंचई के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी केंद्र सरकार देती है लेकिन इसके सहित कृषि संबंधी केंद्र सरकार की अन्य कई योजनाएं आतिशी जी की सरकार ने दिल्ली में लागू ही नहीं किया है। यहां कृषि है, किसान है लेकिन उन्हें किसाना का दर्जा ही नहीं मिला हुआ है, दिल्ली में कृषि मंत्री ही नहीं है। दिल्ली में एमएसपी पर खरीद ही नहीं होती है, जो राज्य सरकार के माध्यम से ही कर केंद्र लागू कर सकती हैं। किसानों की फसल खराब हो जात है लेकिन दिल्ली में राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी लागू नहीं किया है। इस तरह से कृषि एवं किसान कल्याण की योजनाओं के लाभ से दिल्ली के किसान वंचित है, यह बेहद दुःख की बात है।
किसानों ने बताया कि दिल्ली के किसान की दुविधा दूसरे राज्यों के किसानों से अलग है। दिल्ली में मृदा स्वास्थ्य योजना लागू नहीं है। दिल्ली के किसान केंद्र सरकार से मिलने वाली सभी सब्सिडियों से वंचित हैं। यहां किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलता है। अधिकारी कहते हैं, दिल्ली में किसी प्रकार की फसल बीमा योजना नहीं है। ड्रिप एरीगेशन पर पड़ोसी राज्य में 50% से 80% तक की सब्सिडी है, लेकिन दिल्ली के किसान को सिंचाई योजना में ड्रिप एरीगेशन पर सब्सिडी नहीं मिलती है। पड़ोसी राज्यों में सोलर योजना है लेकिन दिल्ली में सोलर योजना भी नहीं है। दिल्ली राज्य सरकार की रूचि कृषि विज्ञान केंद्रों में भी नहीं है, जबकि दूसरे राज्यों में कई कृषि विज्ञान केंद्र होते हैं। दिल्ली का किसान प्राकृतिक खेती से वंचित है, कई प्राकृतिक खेती करता हूं लेकिन उस पर भी उन्हें सब्सिडी नहीं मिलती है। लालडोरे की भी समस्या है।
बता दें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रत्येक मंगलवार को किसान संगठनों से मुलाकात करते हैं । शिवराज सिंह चौहान अब तक 15 से अधिक किसान संगठनों से भेंट कर चुके हैं, राज्यों के दौरों पर भी किसान संगठनों से लगातार मुलाकात कर रहे है। आज जब दिल्ली के किसान कृषि मंत्री से मिलने पहुंचे तो उन्हें बताया कि आज से 10-15 साल पहले दिल्ली का किसान खुद को हिंदुस्तान का राजा समझता था, लेकिन अब दिल्ली का किसान पूरे देश में सबसे पिछड़ा हो गया है। पिछले 40-50 साल के अंदर दिल्ली में तीन मास्टर प्लान लागू हो चुके हैं, परंतु दिल्ली में कोई कंसोलिडेशन नहीं हुआ। एक तरफ दिल्ली सरकार कहती है कि दिल्ली अब वर्ल्ड क्लास की होगी, दिल्ली तो वर्ल्ड क्लास होगी लेकिन मेरे किसानों का गांव सड़ जाएगा। हमारे गांव में रास्ते नहीं है, रास्तों में पूरा पानी भरा हुआ है। पूरे दिन खेत में काम करने के बाद सब्जियों को स्टेशन तक लाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसानों को खेतों में ठीक रास्ता मिल जाए तो वह अपनी साईकिल या ट्रैक्टर से सब्जियां ले जा सकता है। शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल से माँग की है कि दिल्ली में ट्रैक्टर्स को कमर्शियल में नहीं लाया जाए, पूरे जीवन में किसान एक ही बार ट्रैक्टर खरीद पाता है। दिल्ली में सरासर तानाशाही हो रही है।