गाजियाबाद के थाना नंदग्राम के पॉश इलाके राज नगर एक्सटेंशन की सोसाइटी में रहने वाली महिला ने बीते 21 अगस्त के दिन एसिड अटैक की शिकायत नंदग्राम थाने में दर्ज कराई थी। महिला के साथ एसिड अटैक जैसी गंभीर वारदात को सुनकर पुलिस तुरंत हरकत में आई। इसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। मगर जांच के दौरान जो सामने आया, उसने पुलिस को भी सकते में डाल दिया। आपको बताते हैं कैसे महिला ने अपने पति और प्रेमी की पत्नी को फंसाने के लिए खुद ही अपने आप पर एसिड अटैक कराया था।
राजनगर एक्सटेंशन की मिगसन सोसाइटी में रहने वाली प्रियंका शर्मा एक कंपनी में हाई प्रोफाइल जॉब करती है। मूलरूप से कोटद्वार की रहने वाली प्रियंका शर्मा ने साल 2018 में पटेल नगर निवासी अर्पित कौशिक से लव मैरिज की थी। लेकिन शादी के दो साल बाद ही पति से अनबन हो गई और वह पति से अलग मिगसन सोसाइटी में फ्लैट लेकर रहने लगी। ऐसे में उसका राब्ता पहले से शादीशुदा पुलकित त्यागी से हो गया। दरअसल पुलकित खुद में आईआईटी से बीटेक है और अब यूपीएससी की तैयारी कर रहा है। पुलकित का जीजा प्रियंका के पति अर्पित का दोस्त है। जीजा के साथ उसका भी प्रियंका के घर आना-जाना शुरू हुआ था। बताते हैं कि घर आने-जाने के दौरान प्रियंका और पुलकित एक दूसरे के करीब आ गए थे और दोनों में प्रेम हो गया। प्रियंका का पति से अलगाव हुआ तो पुलकित की राह और आसान हो गई। लेकिन दोनों थे तो पहले से शादीशुदा। ऐसे में प्रियंका का पति अर्पित और पुलकित की बीवी और परिवार उनकी राह के रोड़े थे।
दोनों ही पहले से शादीशुदा होने की वजह से बिना तलाक शादी नहीं कर सकते हैं, इसलिए प्रियंका ने पति और प्रेमी की पत्नी को फंसाने के लिए योजना बनाई। योजना थी कि दोनों के जेल चले जाने के बाद वह पुलकित से शादी कर लेगी। लिहाजा, 21 अगस्त को प्रियंका ने खुद पर हुए एसिड अटैक के संबंध में नंदग्राम थाने में केस दर्ज कराया था। इसमें उसने अपने पति अर्पित कौशिक, पुलकित त्यागी की पत्नी और जीजा को आरोपी बनाया था। उसका कहना था कि वह सोसाइटी से रैपिडो बाइक से निकली थी। कुछ दूर जाते ही पीछे से आए व्यक्ति ने उस पर एसिड फेंक दिया, जिससे वह झुलस गई। सूचना पर पहुंचे पुलकित ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, जांच में उनकी पोल खुल गई और पकड़े गए।
पुलिस अफसर डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने प्रेस को बताया कि महिला ने जो-जो आरोप लगाए थे, उन सभी की जांच की गई। आरोपियों की लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच जब आगे बढ़ी तो पाया गया कि सभी आरोपी इस मामले में शामिल नहीं थे। इससे पहले मेडिकल रिपोर्ट से साफ हो गया कि एसिड एकदम घटिया क्वालिटी का था और उससे महिला को मामूली बर्न इंजरी हुई थी। रिपोर्ट में साफ था कि इस प्रकार के एसिड से नुकसान पहुंचने की संभावना न के बराबर थी। इसके बाद पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी सर्विलेंस और घटनाक्रम को जोड़ते हुए पूरे रास्ते जब पर्दा हटाया तो पीड़िता ही पूरी साजिश की मास्टरमाइंड निकली। पहले जो अपने आप को पीड़िता साबित करने में लग रही थी।