प्रयागराज, 13 जनवरी 2025, सोमवार। महाकुम्भ के दिव्य और भव्य आयोजन ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोगों को आकर्षित किया है। तुर्की की रहने वाली पिनार महाकुम्भ में पहली बार भारत की संस्कृति और परंपराओं से परिचित होने संगम पहुंची।
पिनार ने संगम में गंगा स्नान कर तिलक लगाया और सनातन धर्म की राह पर निकल पड़ी। उन्होंने बताया कि उन्होंने महाकुम्भ के बारे में अपने दोस्तों से सुना था और भारत आकर इसे देखने की इच्छा लंबे समय से थी।
भारतीय संस्कृति से प्रभावित पिनार ने कहा कि यहां महाकुम्भ का माहौल बड़ा दिव्य और भव्य है। गंगा स्नान और संगम की रेत पर चलने का अनुभव बड़ा अविस्मरणीय है। पिनार ने पहली बार महाकुम्भ के माध्यम से इस आध्यात्मिक यात्रा को पूरा किया।
उन्होंने कहा कि यहां की ऊर्जा और वातावरण उन्हें भारतीय परंपराओं की गहराई को समझने का अवसर देता है। महाकुम्भ में पिनार ने स्नान, ध्यान और तिलक लगाकर सनातन धर्म के प्रति अपने सम्मान और आस्था को व्यक्त किया।