नई दिल्ली, 15 मई 2025, गुरुवार। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत के प्रति अपने तल्ख रवैये का परिचय दिया है। हाल ही में कतर के दोहा में Apple के सीईओ टिम कुक के साथ मुलाकात के दौरान ट्रंप ने साफ कहा, “मुझे आपसे समस्या ये है कि आप भारत में विस्तार करने जा रहे हैं। भारत में प्लांट लगाने की जरूरत नहीं। हम नहीं चाहते कि आप वहां उत्पादन करें।” यह बयान न केवल भारत के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के लिए झटका है, बल्कि वैश्विक व्यापार में अमेरिका की ‘पहले हम’ नीति को भी उजागर करता है।
Apple भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है, ताकि चीन पर निर्भरता कम हो और 2026 तक अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर iPhone भारत में निर्मित हों। पिछले साल भारत में Apple ने 22 बिलियन डॉलर के iPhone का उत्पादन किया, जो 60% की वृद्धि दर्शाता है। टाटा और फॉक्सकॉन जैसे साझेदारों के साथ भारत में नए प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं।
ट्रंप का यह बयान भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। वे चाहते हैं कि Apple अमेरिका में निवेश करे, ताकि वहां रोजगार बढ़ें। हालांकि, भारत ने जवाबी टैरिफ की चेतावनी दी है, और दोनों देश व्यापारिक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। क्या ट्रंप की यह दादागिरी Apple की योजनाओं को बदल पाएगी, या भारत अपनी आर्थिक ताकत से इस चुनौती का सामना करेगा? यह भविष्य बताएगा।