नई दिल्ली, 16 जुलाई 2025: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में ओडिशा के फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा और अभाविप की सक्रिय कार्यकर्ता सौम्याश्री बिश्री की आत्महत्या के विरोध में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और छात्रों ने मृतक छात्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की।

सौम्याश्री बिश्री ने कथित तौर पर कॉलेज की विभागाध्यक्ष समीर साहू द्वारा लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से त्रस्त होकर 12 जुलाई को आत्मदाह कर लिया था, जिसके परिणामस्वरूप 14 जुलाई को उनकी मृत्यु हो गई। अभाविप ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए। संगठन का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते उचित कदम उठाए होते, तो एक होनहार छात्रा को अपनी जान न गंवानी पड़ती।

श्रद्धांजलि सभा में अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा, “सौम्याश्री केवल एक छात्रा नहीं, बल्कि छात्र समाज की आवाज थी। यह घटना शैक्षणिक संस्थानों में व्याप्त तानाशाही और संवेदनहीनता को दर्शाती है। अभाविप इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने तक संघर्ष जारी रखेगा।”

वहीं, अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा, “हमने एक साहसी कार्यकर्ता खो दी, जिसने शैक्षणिक दमन के खिलाफ अपनी जान दे दी। हम मांग करते हैं कि विभागाध्यक्ष समीर साहू को तत्काल निलंबित किया जाए और इस मामले की न्यायिक जांच हो। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो अभाविप पूरे देश में जनजागरण और आंदोलन शुरू करेगा।”

इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने मोमबत्तियां जलाकर सौम्याश्री को श्रद्धांजलि दी और न्याय की मांग को बुलंद किया। अभाविप ने स्पष्ट किया कि वे इस मामले में पूर्ण न्याय और शैक्षणिक संस्थानों में तनावमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध हैं।