लखनऊ, 27 अक्टूबर 2024, रविवार। लखनऊ के चिनहट थाने की पुलिस द्वारा शुक्रवार की शाम हिरासत में लिए गए दो सगे भाइयों में से एक की मौत पर शनिवार को जमकर बवाल हुआ। पुलिस का कहना है कि रात में तबियत खराब होने पर अस्पताल लाया गया। वहीं परिजनों का आरोप है कि मौत पुलिस की पिटाई से हुई है और मौत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के मामले में भाई ने आंखों देखी बताई। कहा कि वह पानी मांग रहा था… लेकिन किसी ने नहीं पिलाया। उसने तड़पकर दम तोड़ा। परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है।
मामला चिनहट थाना क्षेत्र के देवा रोड स्थित अपट्रान इलाके का है। यहां से शुक्रवार रात पुलिस दो भाइयों मोहित पांडेय और शोभाराम पांडेय को झगड़े के एक मामले में घर से उठाकर ले गई थी। शनिवार को मोहित पांडेय (32) की मौत हो गई। मोहित की मौत के बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। इधर मोहित की मौत की खबर फैलते ही परिवार के लोगों में हंगामा मच गया। मृतक के परिजन पुलिस हिरासत में हत्या का आरोप लगाते रहे। कहा कि पुलिस ने मोहित को मार डाला है। हालात नियंत्रित करने पहुंचे पुलिसकर्मियों से परिजनों की झड़प भी हुई। इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।
मृतक के भाई शोभाराम के मुताबिक उसके भाई के आखिरी समय तक पुलिस ने टॉर्चर किया। आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ की आड़ में दोनों के साथ मारपीट की। इस दौरान मोहित की मौत हो गई तो आनन फानन में उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया। मोहित के परिजनों का कहना है कि उसके शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान साफ नजर आ रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने एक नेता के दबाव में इस वारदात को अंजाम दिया है। अस्पताल में हंगामा बढ़ने पर एडीसीपी पंकज सिंह पहुंचे। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत की वजह साफ हो जाएगी।