मुंबई, 23 जनवरी 2025, गुरुवार। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टोरेस निवेश ‘धोखाधड़ी’ से जुड़े धन शोधन मामले में मुंबई, राजस्थान और जयपुर में 10-12 स्थानों पर छापेमारी की। यह मामला निवेशकों से धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसमें कथित रूप से 57 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है। टोरेस ब्रांड के स्वामित्व वाली ज्वेलरी कंपनी पर पोंजी और मल्टी-लेवल मार्केटिंग योजनाओं के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है।
इस मामले में अब तक 3,700 से अधिक निवेशक मुंबई पुलिस के पास शिकायत दर्ज करा चुके हैं। पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उज्बेकिस्तान का तजागुल खसाटोव, रूस की वलेन्टीना गणेश कुमार और भारतीय नागरिक सर्वेश सुर्वे शामिल हैं। ये सभी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी थे।
जांचकर्ताओं ने बताया कि टोरेस ज्वेलरी ब्रांड के प्रचारकों ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कार, फ्लैट, गिफ्ट कार्ड और हैम्पर देने का वादा किया था। बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि टोरेस निवेशक घोटाले में पुलिस अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई नहीं करके अपने कर्तव्य का उल्लंघन किया।