वाराणसी। नंदलाल के आगमन की तैयारियों को लेकर बाबा विश्वनाथ की नगरी कृष्णमय हो गया है। मंदिर भव्य सजे हैं और गली-गली, घर-घर में कन्हैया के जन्म की तैयारियां जोरों पर हैं। कई मंदिरों में तो जन्माष्टमी महोत्सव शुरू भी हो चुका है। वहीं, कुछ मंदिरों में सोमवार को ही जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। घंटे-घड़ियाल, शंखनाद, भजन कीर्तन के साथ बाल कृष्ण का स्वागत किया जाएगा।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर शिव की नगरी काशी कान्हा के रंग में रंग जाएगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में जन्मोत्सव का उल्लास मनाया जाएगा और काशीपुराधिपति के आंगन में लड्डू गोपाल का जन्म होगा। यह पहला मौका होगा जब बाबा के धाम में जन्मोत्सव का भव्य रूप में आयोजन किया जा रहा है। जन्म उत्सव रात्रि में 11 बजे से शुरू होकर मध्यरात्रि तक अनवरत चलेगा। जन्मोत्सव के बाद श्रद्धालुओं को अभिषेक प्रसाद, चरणामृत एवं प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
27 अगस्त को लड्डू गोपाल बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती में शामिल होंगे। मंगला आरती में आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान विश्वेश्वर के साथ ही लड्डू गोपाल के दर्शन का पुण्य मिलेगा। वहीं शहर में जन्माष्टमी के तीन दिवसीय आयोजन की शुरूआत रविवार को शोभायात्रा के साथ होगी। इसके अलावा इस्कॉन मंदिर, मणि मंदिर, गोपाल मंदिर चौखंभा, जागेश्वर महादेव, सनातन गौड़ीय मठ, आदिकेशव, बिंदुमाधव, संकटमोचन मंदिर, दुर्गाकुंड समेत शहर के सभी मंदिरों में जन्मोत्सव की तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है।