सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हर मंडल में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोलने का फैसला लिया है। प्रदेश के 15 शहरों में ड्राइविंग सिखाने के लिए संस्थाएं खुलेंगी। इसकी तैयारी परिवहन विभाग ने शुरू कर दी है।
आम लोगों को ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करने से लेकर ड्राइविंग सिखाने और उन्हें प्रमाण पत्र देने के लिए तीन विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें कन्फडेरेशन ऑफ इंडिया इन्डस्ट्रीज, कौशल विकास मिशन और परिवहन विभाग शामिल हैं। ये प्रशिक्षण केंद्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में खुलेगा। जहां ड्राइविंग सिखाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन शहरों में खुलेगा प्रशिक्षण केंद्र
अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर, वाराणसी, झांसी, आजमगढ़, प्रयागराज, मुरादाबाद, मिर्जापुर, आगरा, मथुरा, मेरठ, अलीगढ़, देवीपाटन, सहरानपुर शामिल किया गया है। जहां कार्यदायी संस्था का चयन करके निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
पांच शहरों में ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक बनेगा
बीते 4 दिसंबर को शासन के पत्र के मुताबिक प्रदेश के पांच शहरों में ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक बनेगा। अभी तक कानपुर और बेरली में ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। बाकी आजमगढ़, प्रतापगढ़ और बांदा में कार्यदायी संस्था आवास एवं विकास परिषद निर्माण कार्य कराएगा।
ड्राइविंग सिखने के लिए कम्प्यूटराइज्ड ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक और ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी है। आम लोगों के लिए ट्रेनिंग लेने का क्या स्वरूप होगा, इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।