नई दिल्ली, 19 दिसंबर 2024, गुरुवार। संसद में गुरुवार को हुई घटना ने लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार कर दिया। संविधान निर्माता बी आर आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर संसद परिसर में विपक्ष और सत्ताधारी NDA के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस घटना में बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। बीजेपी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर सारंगी को धक्का देने का आरोप लगाया। लेकिन, बीजेपी की राज्यसभा सदस्य फांगनोन कोन्याक ने दावा किया कि वह राहुल गांधी के अचानक पास आने और चिल्लाने से असहज महसूस कर रही थीं। उन्होंने सदन में सभापति जगदीप धनखड़ को घटना की जानकारी दी और बताया कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी का व्यवहार उन्हें पसंद नहीं आया।
वहीं, असम गण परिषद (AGP) सांसद बीरेंद्र प्रसाद बैश्य ने कहा, ‘वह (कोन्याक) पूर्वोत्तर क्षेत्र से चुनी गई एक सम्माननीय महिला सदस्य हैं। आज जो घटना हुई वह लोकतंत्र, संसद के निर्वाचित सदस्य और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों का अपमान है। उन पर यह हमला पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों पर हमला है। उन्होंने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखा है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।’
संसद में हंगामा: आंबेडकर के कथित अपमान पर विपक्ष और सत्तापक्ष में धक्का-मुक्की!
गौरतलब है कि, संसद में गुरुवार को हुए हंगामे ने लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में बयान के दौरान आंबेडकर के कथित अपमान पर विपक्ष आगबबूला हो गई। इसके बाद, विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया और इस दौरान उनकी कथित तौर पर धक्का-मुक्की भी हुई। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने धक्का-मुक्की की, जिसकी वजह से उसके बुजुर्ग सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हुए। सारंगी को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरी तरफ, राहुल ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें और अन्य विपक्षी सदस्यों को संसद भवन में जाने से रोका और धक्का-मुक्की की।
संसद में तू-तू, मैं-मैं: आंबेडकर के कथित अपमान पर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच जमकर हंगामा!
संसद परिसर में बृहस्पतिवार को हुए हंगामे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा सांसदों पर धक्का-मुक्की और धमकाने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, “मैं संसद के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भाजपा के सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धक्का दे रहे थे और धमका रहे थे।” उन्होंने यह भी दावा किया कि खरगे और प्रियंका गांधी के साथ भी धक्का-मुक्की की गई, लेकिन इससे विपक्ष को फर्क नहीं पड़ता। राहुल गांधी ने कहा, “यह संसद है और अंदर जाना हमारा अधिकार है।” उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा यह है कि संविधान और बाबासाहेब की स्मृति का अपमान हुआ है।
बता दें, विपक्ष के कई सदस्य आज नीले रंग के कपड़े पहन कर संसद पहुंचे थे और उनके हाथ में बाबासाहेब की तस्वीर वाली तख्तियां थीं। नीला रंग आंबेडकर और उनके विचारों के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। इस घटना के बाद, कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव बढ़ गया है। शाह की टिप्पणी को लेकर संसद के दोनों सदनों में बुधवार से गतिरोध बना हुआ है।