गोरखपुर, 29 दिसंबर 2024, रविवार। गोरखपुर के इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) के दो छात्रों ने एक अनोखा उपकरण बनाया है, जो जंगली भेड़ियों और तेंदुओं को ट्रैक कर पकड़ने में मदद कर सकता है। इस उपकरण को रेडियो इंटरनेट सेंसर गन नाम दिया गया है।
आईटीएम के छात्र अंशित श्रीवास्तव और श्याम ने बताया कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर आदमखोर तेंदुआ और भेड़ियों का आतंक देखने को मिलता है। ऐसे जानवरों से लोगों की सुरक्षा के लिए वन विभाग के अधिकारी भी सम्पूर्ण प्रयास करते हैं। लेकिन अब इस उपकरण के जरिए इन जानवरों को पकड़ना आसान हो सकता है।
इस उपकरण में रेडियो सिग्नल, इंटरनेट चिप, गियर मोटर, सोलर गन सिस्टम किट, ऑर्डिनो, कैमरा, ऑनलाइन कैमरे जैसे उपकरणों का प्रयोग किया गया है। यह उपकरण जंगली जानवरों को दूर से डिटेक्ट कर सकता है और उन पर लकड़ी से बनी गोलियां फायर कर सकता है, जिससे वे घायल हो जाते हैं। साथ ही, यह उपकरण वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दे देता है, जिससे वे जंगल में घूमने वाले आदमखोर जानवरों पर निशाना साधकर उन्हें बेहोश कर सकते हैं।
इस उपकरण को बनाने में 5 महीने का समय लगा है और लगभग 80 हजार रुपये का खर्च आया है। आईटीएम के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि हमारे कॉलेज के छात्र अपने आईडिया को नवाचार प्रयोगशाला के माध्यम से देश और समाज हित के लिए ऐसे उपकरण बनाते रहते हैं जो आज की नई तकनीकी पर आधारित हैं।