“देखो अपना देश” के तहद बनारस के सांस्कृतिक दर्शन के लिए IRCTC की अनूठी पहल
21 जनवरी को पीएम मोदी ने अपने भाषण में जब “दिव्य काशी दर्शन” की जब चर्चा की तो न्यूज़ अड्डा इंडिया के दिल और दिमाग़ में इस ट्रेन को लेकर उत्सुकता बढ़ने लगी । फिर क्या था झट फ़ोन घुमाया IRCTC के जन सम्पर्क अधिकारी आनंद झा बात किया।
हालाँकि यात्रियों के लिए ये ट्रेन 22 मार्च से शुरू होने जा रही है लेकिन बात -चीत में पता चला कि ट्रेन का पहला परिचालन शनिवार यानी 22 जनवरी को होने जा रहा है।
देश को देखना हमारा भी पैशन (passion) है इसलिए मौक़े पे चौका मारते हुए झोला उठा कर चल पड़ी न्यूज़ अड्डा इंडिया की टीम भी भोलेनाथ की नगरी काशी के दिव्य दर्शन के लिए।
जब सफदरज़ंग रेलवे स्टेशन हमारी टीम पहुँची तो स्टेशन पर स्वागत के साथ ही अध्यात्म की अनुभूति शुरू हो गयी थी । ट्रेन की साज -सज्जा और सुविधा देख कर ये साफ़ समझा जा सकता था कि पौराणिक इतिहास ,परम्परा और सांस्कृतिक संगम है इस ट्रेन की यात्री।
पारम्परिक साज- सज्जा के साथ आधुनिक सुविधाओं से सजी इस रेल यात्रा के माध्यम से IRCTC की तरफ़ से विरासत के विस्तार की ये अनूठी पहल है ।जहां धरोहरें संजोयी जाएँगी और संस्कृति हमारी पीढ़ियों में पिरोयी जाएँगी ।
IRCTC की CMD रजनी हसीजा से न्यूज़ अड्डा इंडिया ने इस ट्रेन की ज़रूरत , अहमियत और क़ीमत सभी पहलू पर खुल कर उनसे बात की । CMD रजनी हसीजा जी ने “दिव्य काशी दर्शन “ के बारे में विस्तार से जब बताया तो यैसा महसूस हुआ कि 5 दिन की ये अद्भुत यात्रा सरकार और IRCTC की तरफ़ से बाबा भोलेनाथ के भक्तों के लिए ये सिर्फ़ आध्यात्मिक यात्रा की सौग़ात नहीं है बल्कि इस यात्रा में बनारस के हर रंग घुले होंगे जो हर उम्र के लिहाज़ से पैकेज पर्फ़ेक्ट है। इस यात्रा में एक तरफ़ जहाँ काशी कॉरिडोर की अनुभूति है तो दूसरी तरफ़ बनारस के कथक और ठुमरी का आनंद। माँ गंगा में बोटिंग का आध्यात्मिक एडवेंचर तो घाटों की आरती का कभी ना भूलने वाला अहसास । CMD रजनी हसीजा जी ने ये भी बताया कि पर्यटन मंत्रालय और IRCTC के तत्वावधान में “स्वदेश दर्शन” कार्यक्रम के तहद और भी कई इस तरह के प्रोग्राम पाइप लाइन में हैं मगर सिर्फ़ बनारस को ध्यान में रख कर शुरू की गयी “दिव्य काशी दर्शन “ की ज़रूरत उन्हें इस लिए भी लगी क्योंकि बनारस सिर्फ़ एक दिन में आकार चले जाने की जगह नहीं है । ये भारत का वो पौराणिक शहर है जहाँ भारत की संस्कृति के हर रस घुले हैं जिसे समझने और महसूस करने के लिए इसकी गलियों के हर रंग को निहारने की ज़रूरत है ।
ट्रेन की अगर बात करें तो इस ट्रेन में AC 1 और AC2 दो श्रेणी के कोच हैं और कुल 156 सीट हैं । खूबसूरत 2 डाइनिंग हॉल है जहाँ यात्री सात्त्विक भोजन का भरपूर आनंद ले सकते हैं । सुबह की चाय को छोड़ दें तो नाश्ते और खाने की सुविधा डाइनिंग हॉल में ही है जिसका उद्देश्य ये है कि विभिन्न प्रांतों से आए यात्री एक साथ जब बैठें तो एक -दूसरे से मिलते हुए सिर्फ़ वाराणसी ही नहीं अपने भारत और विश्व के अन्य देशों को भी समझें । ट्रेन में हाई टेक बाथरूम के अलावा अलग से स्नान की सुविधा भी प्रदान की गयी है । अगर per head cost की बात करें तो AC1 के लिए 29,950 है और AC2 के लिए 25,500 है ।