वाराणसी, 12 मार्च 2025, बुधवार। वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर बुधवार को एक अनोखी घटना घटी, जिसने सभी को चौंका दिया। कर्नाटक बैंगलोर के रहने वाले मुनिराज अपने भाई गोपालप्पा (75 वर्ष) के साथ अपने पिता सोमसुंदर पाल्पा का श्राद्ध व तर्पण करने मणिकर्णिका घाट पहुंचे थे। दोनों भाईयों ने गंगा स्नान किया, लेकिन तभी मुनिराज ने देखा कि उसका भाई गोपालप्पा कहीं दिखाई नहीं दिया।
घाट पर भाई के कपड़े देखकर मुनिराज को लगा कि उसका भाई गंगा में डूब गया और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। ब्रह्मनाल चौकी प्रभारी वैभव शुक्ला मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ व गोताखोर के साथ काफी समय तक गंगा में तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। लेकिन चौकी प्रभारी ने हार नहीं मानी और आसपास के घाट पर ढूंढा, जहां मणिकर्णिका घाट के बगल सिंधिया घाट पर गोपालप्पा सीढ़ियों पर बैठा दिखाई दिया।
चौकी प्रभारी ने परिवार के लोगों को गायब हुए गोपालप्पा को सुपुर्द किया और मुनिराज के साथ आए परिवार ने गोपालप्पा के मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए वाराणसी पुलिस का धन्यवाद किया। यह घटना वाराणसी पुलिस की सेवा और समर्पण को दर्शाती है।