प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावकों के नाम पर अंतिम मुहर सोमवार को लग गई है। प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद चार नामों पर मुहर लगाई गई है। इससे भाजपा जातिगत समीकरणों को भी साधने में सफल रहेगी। चार प्रस्तावकों में एक ब्राहमण, दो ओबीसी और एक दलित वर्ग से हैं।
प्रधानमंत्री के प्रस्तावकों पर पिछले करीव पंद्रह दिनों से चर्चा चल रही है। पहले 50 लोगों की सूची तैयार की गई और फिर उसमें 18 नाम तय हुए। उन नामों पर पिछले दिनों गृहमंत्री अमित शाह के साथ राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने चर्चा की थी। इसमें चार नाम तय किए गए, उन नामों पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुहर लगा दी।
जानकारी के मुताबिक ब्राह्मण समाज से गणेश्वर शास्त्री, ओबीसी वर्ग से वैजनाथ पटेल और लालचंद कुशवाहा व दलित समाज से संजय सोनकर का नाम तय किया गया है। इस समीकरण से भाजपा ने वाराणसी लोकसभा का जातिगत गुणा भाग साधा है। वैजनाथ पटेल जनसंघ समय के कार्यकर्ता हैं और सेवापुरी हरसोस गांव में रहते हैं।
सेवापुरी और रोहनिया विधानसभा में करीब सवा दो लाख मतदाता हैं। वहीं लालचंद कुशवाह भी ओबीसी समाज से आते हैं और संजय सोनकर दलित समाज से आते हैं। वाराणसी लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां 3 लाख से अधिक ब्राह्मण, 2.5 से अधिक गैर यादव ओबीसी, 2 लाख कुर्मी, सवा लाख अनुसूचित जातियों के वोटर हैं।