नई दिल्ली, 26 अक्टूबर 2024, शनिवार। ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए दिल्ली मेट्रो में लगाए गए एक पोस्टर पर विवाद छिड़ गया है। सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया है। कई महिलाओं ने ब्रेस्ट को ऑरेंज कहे जाने पर आपत्ति जताई है। पोस्टर में हर महीने ब्रेस्ट की जांच करने की सलाह दी गई है, लेकिन ब्रेस्ट की बजाय ऑरेंज शब्द का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन ने भारी आलोचना के बाद मेट्रो ट्रेनों से स्तन कैंसर जागरूका विज्ञापन हटा दिया। डीएमआरसी का यह विज्ञापन स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए था, जिसके पोस्टर के नीचे ‘अपने संतरों की जांच करें’ लिखा हुआ था।
दरअसल, दिल्ली मेट्रो में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं। खासकर लेडीज कोच में इन्हें लगाया गया है। पोस्टर में एआई से बनाई गई तस्वीर है जिसमें कुछ महिलाएं बस में सफर करती दिख रही हैं। एक लड़की हाथ में दो संतरे लिए हुए है। तस्वीर पर लिखा गया है, ‘अपने ऑरेंजेज (संतरों) की हर महीने जांच करिए।’ लेकिन विज्ञापन को ज्यादा क्रिएटिव बनाने के चक्कर में यह कुछ ऐसा बन गया कि लोगों को इस पर आपत्ति होने लगी। लोग इसे अश्लील बताने लगे। आलम ये है कि इस विज्ञापन को देखकर मेट्रो में ट्रैवल कर रही लड़कियों और महिलाओं को शर्म तक आ रही है। सोशल मीडिया पर भी इस विज्ञापन को लेकर भारी बवाल मचा हुआ है।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने इस विज्ञान पर अपनी असहमति जताते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन की कड़ी आलोचना की। महुआ मोइत्रा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ये ब्रेस्ट हैं। कृपया इसे ज़ोर से बोलें। आपकी मां के पास ये हैं, आपकी पत्नी के पास, आपकी बहन के पास, आपकी बेटी के पास। तकनीकी रूप से, आपके पास भी एक जोड़ी है। अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो वे संतरे नहीं हैं। इस विरोध के जवाब में डीएमआरसी ने एक बयान जारी कर अपना रुख स्पष्ट किया। डीएमआरसी ने एक्स पोस्ट करते हुए लिखा, डीएमआरसी अधिकारियों ने सामग्री को अनुचित पाया और तुरंत मामले का गंभीरता से संज्ञान लिया। यह विज्ञापन केवल एक ट्रेन में दिखाया गया था और अब इसे हटा दिया गया।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन ने कहा कि दिल्ली मेट्रो हमेशा जनता की भावनाओं के प्रति संवेदनशील रहने का प्रयास करते है और किसी भी तरह के अभियान/गतिविधि/ प्रदर्शन विज्ञापन को प्रोत्साहित नहीं करती है। विज्ञापन का टेस्ट अच्छा नहीं है या सार्वजनिक स्थानों पर विज्ञापन के प्रचलित दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है। दिल्ली मेट्रो यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि अनुचित विज्ञापन की ऐसी घटनाएं उसके परिसर में न हों।