उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में एक कार्यक्रम में 647 वन रक्षकों और वन्यजीव रक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से 40000 उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया चला रही है।
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री सचिवालय लोकभवन में आयोजित एक समारोह में 647 वन रक्षकों व वन्यजीव रक्षकों तथा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के लिए चयनित 41 जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
सीएम ने कहा कि उनके प्रशासन के कार्यभार संभालने के समय 1.55 लाख पुलिस पद रिक्त थे, जिन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर तुरंत भर दिया गया। इसके अतिरिक्त, विभिन्न शिक्षा स्तरों पर 1.64 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के तहत साढ़े छह लाख युवाओं को नौकरी मिली।
उन्होंने चयनित उम्मीदवारों से कहा, “भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण तक, सिफारिशों या रिश्वत की कोई जरूरत नहीं पड़ी है। आपने देखा होगा कि परीक्षा को प्रभावित करने के लिए किसी भी अनुचित साधन की कोई गुंजाइश नहीं है, और सरकार आपसे अपने काम में उसी स्तर की ईमानदारी बनाए रखने की उम्मीद करती है।”
मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम-2024 के कार्यान्वयन का उल्लेख करते हुए पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।