आगरा, 13 जून 2025: गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण प्लेन क्रैश ने आगरा के अकोला गांव को गम के सागर में डुबो दिया। इस हादसे में आगरा के नीरज लवानिया और उनकी पत्नी अपर्णा लवानिया की सपनों भरी विदेश यात्रा जीवन की अंतिम सैर बन गई।
अकोला गांव के निवासी नीरज लवानिया (38) और अपर्णा लवानिया (35) अहमदाबाद से लंदन जा रहे थे। नीरज वडोदरा की एक निजी कंपनी में कार्यरत थे और अपनी पत्नी के साथ कुछ दिन की छुट्टियां मनाने लंदन रवाना हुए थे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद प्लेन हादसे का शिकार हो गया, और इस दंपति का खुशहाल जीवन हमेशा के लिए थम गया।
नीरज आठ महीने पहले अपने पिता महावीर प्रसाद लवानिया की 13वीं के संस्कार में अकोला आए थे। उनके पिता एक सम्मानित शिक्षक थे, जो रिटायरमेंट के बाद गांव में रहते थे। नीरज के छोटे भाई सतीश लवानिया खेती-बाड़ी संभालते हैं। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे लवानिया परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। गांव में नीरज-अपर्णा की सादगी और प्रेम भरी जोड़ी हर किसी के लिए प्रेरणा थी। उनकी अचानक मृत्यु की खबर से अकोला में कोहराम मच गया। हर आंख नम है, और हर दिल में एक ही सवाल—काश यह बुरा सपना होता।
घटना की सूचना मिलते ही फतेहपुर सिकरी के सांसद राजकुमार चाहर अकोला पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। गांव में मातम का माहौल है, और लोग इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। नीरज और अपर्णा की यादें अब उनके अपनों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी।