जयश्री कुमारी
जैसा की हम सब जानते है की कल महाशिवरात्रि अर्थात कालरात्रि पर्व था ,माना जाता है तांत्रिकों, मांत्रिकों और साधकों के लिए अहम है यह रात्रि। बताने की आवश्यकता नहीं कि सृष्टि के जनक देवाधिदेव महादेव ने समुद्र मंथन से निकले हलाहल यानी विष को कंठ से नीचे उतारा था। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन भक्त रात्रि जागरण यूं ही नहीं करते । उनको जगाए रखने के लिए करते हैं। नीलकंठ के विषपान की महारात्रि पर पूरे देश में इसे बहुत ही धूम-धाम और उल्लास के साथ मनाया गया। अपने-अपने श्रद्धा के अनुसार लोगों ने शिव जी की आराधना की।
पूरे देश में कल महाशिवरात्रि की धूम रही. भगवान शिव के भक्त सुबह से ही मंदिरों की कतार में लगे रहे, हरिद्वार में भी महाकुंभ का शाही स्नान किया गया. कोरोना काल के बीच आई महाशिवरात्रि को काफी सावधानी के साथ मनाया गया. राज्य सरकारों ने कई नियम और सावधानियां बरतने की बात कही, लेकिन शिवभक्तों को कोई दिक्कत ना आए ऐसा प्रबंध भी किया गया था.
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कल हरिद्वार में थे . उन्होंने संतों का स्वागत कर आशीर्वाद लिया ,हरिद्वार में महाशिवरात्रि के मौके पर कुंभ का शाही स्नान जारी गुरुवार को जूना अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा ने शाही स्नान किया।

वही मुख्यमंत्री योगी जी महाराज ने कल महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर जनपद गोरखपुर में पीपीगंज, भरोहिया स्थित शिव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
