पश्चिम एशिया में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव की वजह से अब अमेरिका ने इस इलाके में बमवर्षक विमान, लड़ाकू फाइटर प्लेन और नौसेना के विमानों को भेजने का आदेश दिया है। यह जानकारी पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने दी।
उल्लेखनीय है कि एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया था। ठीक 25 दिन बाद इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर लड़ाकू विमानों से हमला किया। अब ईरान ने बार फिर इजरायल पर पलटवार करने की बात कही। यही वजह है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अधिक विमानों की तैनाती करने में जुटा है।
अमेरिका ने कई बी-52 बमवर्षक विमान, लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन, टैंकर विमान और नौसेना के विध्वंसक विमानों को तैनात करने का आदेश दिया है। जल्द ही यह विमान पश्चिम एशिया पहुंचेंगे। उधर, यूएसएस अब्राहम लिंकन युद्धपोत जल्द ही अमेरिका लौट जाएगा। यूएसएस अब्राहम लिंकन विमानवाहक पोत और उसके स्ट्राइक ग्रुप में शामिल तीन विध्वंसक जल्द ही सैन डिएगो स्थित बंदरगाह पहुंच जाएंगे।
अमेरिका ने कहा कि वह किसी भी हाल में इजरायल की रक्षा करेगा। एक अक्टूबर को ईरानी हमले को निष्क्रिय करने में अमेरिकी सेना ने इजरायल की काफी मदद की थी। इजरायल के हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को स्पष्ट चेतावनी दी है।