नई दिल्ली, 25 मई 2025, रविवार। देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में उछाल देखा जा रहा है, जिसने केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों को सतर्क कर दिया है। महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों से नए मामले सामने आने के बाद सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में स्थिति की गहन समीक्षा की गई, जिसमें भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य संगठनों के विशेषज्ञ शामिल थे।
महाराष्ट्र में चिंताजनक आंकड़े
महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों ने सबसे अधिक ध्यान खींचा है। शनिवार को राज्य में 47 नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें मुंबई में 30, पुणे में 7, ठाणे में 6, नवी मुंबई में 3 और नागपुर में 1 केस शामिल हैं। इसके साथ ही, चार मरीजों की मृत्यु भी हुई, जिनमें सभी गंभीर बीमारियों (कोमॉर्बिडिटी) से पीड़ित थे। मृतकों में एक 21 वर्षीय युवक, एक 70 वर्षीय हृदय रोगी, एक 14 वर्षीय लड़की और एक 59 वर्षीय कैंसर पीड़िता शामिल हैं। वर्तमान में राज्य में 166 सक्रिय मामले हैं, और जनवरी से अब तक 257 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 87 मरीज ठीक हो चुके हैं।
राजस्थान में भी बढ़ रही है चिंता
राजस्थान में पिछले दो दिनों में 6 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें जोधपुर के एम्स अस्पताल में तीन बच्चे भी शामिल हैं। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भी दो नए मामले दर्ज किए गए। इन सभी मामलों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ये मामले ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट JN.1 से जुड़े हैं।
सरकार का आश्वासन: स्थिति नियंत्रण में
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि स्थिति अभी नियंत्रण में है। अधिकांश नए मामले हल्के लक्षणों वाले हैं, और मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं। मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 और अन्य सांस संबंधी बीमारियों की निगरानी के लिए एक मजबूत तंत्र पहले से मौजूद है। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और आईसीएमआर के माध्यम से नए वैरिएंट्स और गंभीर रुझानों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में हाल के मामलों की समीक्षा के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान वैरिएंट्स न तो अधिक संक्रामक हैं और न ही घातक।
सतर्कता और सावधानी जरूरी
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और निगरानी को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोहराया है कि स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। विशेषज्ञों ने जनता से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और टीकाकरण को पूरा करने की अपील की है, खासकर उन लोगों से जो कोमॉर्बिडिटी से ग्रस्त हैं।