वाराणसी, 8 जून 2025, रविवार: काशी एक्सप्रेस और कमायनी एक्सप्रेस में बम की फर्जी सूचना देकर यात्रियों में दहशत फैलाने वाला आरोपी आखिरकार वाराणसी जीआरपी की सतर्कता से धर दबोचा गया। इस घटना ने रेल यात्रियों और प्रशासन को हाई अलर्ट पर ला दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 2 जून 2025 को एक अज्ञात कॉलर ने ट्रेन संख्या 15018 काशी एक्सप्रेस और 11071 कमायनी एक्सप्रेस में बम होने की सूचना दी। इस खबर से जंघई स्टेशन पर दोनों ट्रेनों को तुरंत रोककर गहन तलाशी ली गई। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड ने कई घंटों तक जांच की, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इस दौरान यात्रियों में भय और रेल सेवाओं में व्यवधान रहा।
जीआरपी की त्वरित कार्रवाई
वाराणसी कैंट जीआरपी ने तुरंत जांच शुरू की और सर्विलांस व टेक्निकल निगरानी के जरिए कॉल करने वाले की पहचान की। जांच में पता चला कि कॉल वाराणसी के ही एक व्यक्ति ने किया था।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी राजेश शुक्ला को वाराणसी कैंट स्टेशन के पास से रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से वह मोबाइल फोन भी बरामद हुआ, जिससे फर्जी कॉल की गई थी। पूछताछ में राजेश ने अपना अपराध कबूल लिया।
कानूनी कार्रवाई
आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353, 351(4), और 217(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जीआरपी की सराहना
वाराणसी जीआरपी की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने न केवल आरोपी को पकड़ा, बल्कि एक बड़े हादसे को भी टाल दिया। जीआरपी थाना प्रभारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है। ऐसी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”