वाराणसी, 20 फरवरी 2025, गुरुवार। महाकुंभ की महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़ जुटने की संभावना है। पिछले साल 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे, लेकिन इस बार यह आंकड़ा टूट सकता है। 26 फरवरी को पड़ने वाली महाशिवरात्रि पर VIP, स्पर्श और विशेष दर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही सभी प्रोटोकॉल भी बंद रहेंगे। बता दें, प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ में पवित्र स्नान कर श्रद्धालु बड़ी संख्या में वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। जिसके चलते वाराणसी में भी भारी संख्या में पर्यटन में बढ़ोतरी हुई है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ का कीर्तिमान या तो सावन महीने में बनता रहा है या फिर महाशिवरात्रि के दिन की गिनती की जाती थी। इस वर्ष प्रयागराज महाकुम्भ के प्रभाव से जनवरी और फरवरी महीने में ही अनूठा कीर्तिमान रचा जा चुका है। न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि जनवरी के 21 दिनों पर फरवरी महीने के 18 दिन भारी पड़े हैं। 11 जनवरी से 18 फरवरी तक 39 दिनों में कुल 01 करोड़ 95 लाख 10 हजार 961 भक्त बाबा का दर्शन कर चुके हैं।
दर्शनार्थियों की संख्या चार महानगरों की आबादी को पीछे छोड़ दी
महाकुंभ वर्ष में पड़ने वाली महाशिवरात्रि इस बार ऐतिहासिक होने वाली है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ने की संभावना है। तो वहीं, काशी में दर्शनार्थियों की यह संख्या देश के चार प्रमुख महानगरों कोलकाता, बैंगलुरू, चेन्नई और हैदराबाद की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। गूगल द्वारा दर्शाए जा रहे आंकड़ों के अनुसार हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन रीजन की अनुमानित अबादी 01 करोड़ 90 लाख से अधिक, कोलकाता की आबादी 01 करोड़ 55 लाख 70 हजार से अधिक, बेंगलुरु की आबादी 01 करोड़ 40 लाख 08 हजार से अधिक तथा चेन्नई की आबादी 01 करोड़ 20 लाख 53 हजार से अधिक है।
पांच लाख से अधिक ने नहीं किए दर्शन
एक अनुमान के मुताबिक करीब पांच लाख लोग ऐसे थे जो प्रयागराज से काशी आए। बाबा के दर्शन के लिए कतार में भी लगे लेकिन अलग-अलग कारणों से बिना दर्शन किए ही उन्हें लौट जाना पड़ा। इनमें से ज्यादातर से स्वास्थ्य कारणों से खुद को दर्शन की कतार से अलग कर लिया। बहुत से लोग ऐसे भी रहे जिन्होंने जाम में फंसने के कारण काशी की सीमा तक आने के बाद विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन का अपना इरादा बदल दिया।
VIP दर्शन पूरी तरह बंद
न्यास के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि की रात 12 बजे से मंगला आरती के बाद दर्शन-पूजन शुरू हो जाएगा और अगले दिन की भोग आरती तक लगातार 32 घंटे तक चलता रहेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार की स्पेशल एंट्री या टिकट बुकिंग उपलब्ध नहीं होगी। महाशिवरात्रि पर VIP दर्शन, स्पर्श दर्शन और विशेष दर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। मंदिर न्यास की ओर से ही रुद्राभिषेक पारंपरिक विधि से संपन्न कराया जाएगा। काशी के भक्त शिव बारात में शामिल होने के साथ-साथ बाबा के दर्शन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराने की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के आंकड़े:-
11 जनवरी : 1,42,653
12 जनवरी : 3,19,381
13 जनवरी : 3,42,646
14 जनवरी : 3,61,275
15 जनवरी : 4,53,161
16 जनवरी : 3,25,737
17 जनवरी : 2,64,436
18 जनवरी : 2,41,251
19 जनवरी : 2,74,630
20 जनवरी : 2,51,693
21 जनवरी : 2,82,044
22 जनवरी : 3,78,821
23 जनवरी : 4,11,999
24 जनवरी : 4,27,882
25 जनवरी : 5,73,810
26 जनवरी : 5,57,669
27 जनवरी : 6,55,878
28 जनवरी : 5,83,251
29 जनवरी : 4,73,119
30 जनवरी : 7,29,578
31 जनवरी : 7,53,151
01 फ़रवरी : 5,69,360
02 फ़रवरी : 4,61,759
03 फ़रवरी : 5,84,224
04 फ़रवरी : 5,09,133
05 फ़रवरी : 4,89,223
06 फ़रवरी : 4,56,586
07 फ़रवरी : 4,94,854
08 फ़रवरी : 6,21,307
09 फ़रवरी : 5,96,745
10 फ़रवरी : 6,12,980
11 फ़रवरी : 7,19,225
12 फ़रवरी : 7,78,697
13 फ़रवरी : 8,26,194
14 फ़रवरी : 7,32,476
15 फ़रवरी : 6,39,465
16 फ़रवरी : 6,81,792
17 फ़रवरी : 7,04,349
18 फ़रवरी : 5,25,842 (रात्रि 09:00 बजे तक)