जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए मेजर आशीष का पार्थिव शरीर उनके पानीपत के आवास पर लाया गया है। आज उनका अंतिम संस्कार होगा। उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी है। पिता लालचंद, मां कमला, पत्नी ज्योति और तीनों बहनों अंजू, सुमन और ममता का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
परिजनों के चेहरे पर जहां बेटे को खोने का गम था, वहीं देश के लिए शहीद होने पर गर्व का एहसास भी नजर आया। इससे पहले शहीद मेजर आशीष धौंचक के सेक्टर-7 स्थित किराए के मकान में गुरुवार की सुबह से ही शोक व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा। इस दौरान पूरा मकान महिलाओं और पुरुषों से भर गया।