पीलीभीत, उत्तर प्रदेश 07 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर में कानून के रखवाले पर हमला करने वालों की हेकड़ी अब निकल चुकी है। चार जुलाई की देर रात रात्रि गश्त के दौरान सिपाही महावीर सिंह को बेरहमी से पीटने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। अब एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपी हाथ जोड़कर, लंगड़ाते हुए थाने से निकलते हुए माफी मांगते नजर आ रहे हैं।
क्या थी पूरी घटना?
पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के ढका मोहल्ले में चार जुलाई की रात करीब डेढ़ बजे सिपाही महावीर सिंह अपने साथी वीरेंद्र कुमार के साथ गश्त पर थे। इस दौरान एक बैंक के पास कुछ लोगों की भीड़ और एक खुली दुकान दिखी। सिपाही महावीर ने दुकानदार से दुकान बंद करने और भीड़ को हटने के लिए कहा। इसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि चार से छह लोग, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, सिपाही महावीर को लात-घूंसे और चप्पलों से बेरहमी से पीट रहे हैं। हमलावरों ने सिपाही को जमीन पर गिराकर नाले के पास तक खींच लिया और पिटाई जारी रखी। हैरानी की बात यह रही कि साथ में मौजूद दूसरा सिपाही वीरेंद्र कुमार मूकदर्शक बना रहा। उसने न तो अपने साथी को बचाने की कोशिश की और न ही आला अधिकारियों को सूचना दी।
पुलिस ने लिया सख्त एक्शन
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक यादव ने त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए। पीड़ित सिपाही महावीर की शिकायत पर चार आरोपियों—सलामत शाह, सोनू शाह, तसव्वर अली, और सिकंदर अली—के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। रविवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की माफी, वीडियो वायरल
गिरफ्तारी के बाद एक और वीडियो सामने आया, जिसमें तीन आरोपी थाने से लंगड़ाते हुए बाहर निकलते दिख रहे हैं। वीडियो में वे हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कह रहे हैं, “हमसे गलती हो गई, जिंदगी में दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे। हम पुलिस-प्रशासन से कभी नहीं भिड़ेंगे।”
सवालों के घेरे में दूसरा सिपाही
घटना के दौरान दूसरे सिपाही की निष्क्रियता ने कई सवाल खड़े किए हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि वह मारपीट के दौरान हस्तक्षेप करने के बजाय दूर खड़ा रहा। पुलिस प्रशासन इस मामले की भी जांच कर रहा है। एसपी अभिषेक यादव ने कहा, “मामले की गहन छानबीन की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
क्या कहते हैं लोग?
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग पुलिस पर हमले की निंदा कर रहे हैं, तो कुछ सिपाही की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “जब पुलिसवाला ही अपने साथी की मदद नहीं करेगा, तो जनता का क्या भरोसा?” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “आरोपियों की माफी देखकर लगता है कि पुलिस ने सबक सिखा दिया।”
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की सुरक्षा और उनके कर्तव्यों के निर्वहन पर सवाल खड़े किए हैं।