रांची, 8 जून 2025, रविवार: झारखंड के रांची के जगन्नाथपुर थाने में एक ऐसा हंगामा मचा कि सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे! चोरों ने उल्टा चाल चल दी और गांव वालों के खिलाफ ही थाने में एफआईआर ठोक दी। कहानी है “लुंगी-बनियान” गिरोह की, जो तेल मलकर, फिसलन भरे अंदाज में चोरी करने निकले थे, लेकिन इस बार उनका प्लान उल्टा पड़ गया।
बात 4-5 जून की रात की है। रांची के सत्यारी टोला में विजय कुमार और उसके पांच साथी, जो बंगाल के आसनसोल से आए थे, चोरी की नीयत से एक घर में घुसे। अलमारी खोलकर सोने की चेन और कुछ नकदी पर हाथ साफ कर ही रहे थे कि मकान मालिक की नींद खुल गई। उसने “चोर-चोर” का शोर मचाया तो चोरों ने उसे काबू करने की कोशिश की। पहले मुंह दबाया, फिर हद तो तब हो गई जब उसे पास के कुएं में डुबोने की साजिश रची! लेकिन कहां, गांव वालों की फौज तो पहले ही जाग चुकी थी।
गांव वालों ने चोरों को घेर लिया और फिर जो धुनाई हुई, वो सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाएं! विजय कुमार का बायां हाथ टूट गया, उसके साथी कमलेश, पंकज और जान सिंह भी बुरी तरह पिटे। दो चोर, माडू और करन, किसी तरह फिसलन का फायदा उठाकर भाग निकले। लेकिन जो पकड़े गए, वो थाने पहुंचे और उल्टा गांव वालों पर ही मुकदमा ठोक दिया। बोले, “हम तो बस चोरी करने आए थे, इन लोगों ने हमें मार-मारकर अधमरा कर दिया!”
ये “लुंगी-बनियान” गिरोह कोई मामूली गैंग नहीं। ये लोग तेल मलकर, लुंगी-बनियान में चोरी करने का स्टाइल रखते हैं, ताकि पकड़े जाने पर आसानी से फिसल जाएं। लेकिन इस बार गांव वालों के गुस्से के आगे इनका तेल भी काम न आया। 5 जून की सुबह गांव वालों ने चारों चोरों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया, और उसी दिन चोरों ने भी अपनी एफआईआर दर्ज करा दी।
अब ये तो वही बात हुई कि चोर भी चिल्लाए और साहूकार भी! रांची पुलिस के लिए ये केस किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। देखते हैं, इस चोरी और पिटाई के ड्रामे का अंजाम क्या होता है!